महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया है कि राज्य के मुस्लिम बहुल इलाकों में अब भी कोरोना वैक्सीन लेने से लोग झिझक रहे हैं। उनका डर दूर करने के लिए राज्य सरकार ने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की मदद लेने का फैसला किया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कहा, “मुस्लिम बहुल इलाकों में कोविड वैक्सीन को लेकर अभी भी कुछ झिझक बाकी है। हमने मुस्लिम समुदाय को वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से सलमान खान और मौलानाओं की मदद लेने का फैसला किया है।” मंत्री के मुताबिक, मजहबी नेताओं और एक्टर्स का लोगों पर बहुत अधिक प्रभाव होता है और लोग उन्हें सुनते हैं।
उन्होंने राज्य में वैक्सीनेशन को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में लोगों को वैक्सीन की 10.25 करोड़ से अधिक डोज दिए जा चुके हैं। नवंबर के अंत तक सभी पात्र व्यक्तियों को वैक्सीन की कम से कम पहली डोज दे दी जाएगी। मंत्री ने कहा कि टीकाकरण के मामले में महाराष्ट्र के आगे होने के बावजूद कुछ क्षेत्रों में टीकाकरण रफ्तार काफी धीमी है।
महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को लेकर टोपे ने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार, महामारी का सात महीने का चक्र होता है और बड़े पैमाने पर टीकाकरण को देखते हुए अगली लहर कमजोर होगी। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और टीका लगवाने की अपील की।
मुस्लिम समुदाय में कोरोना की वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट सर्वविदित है। इसके कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है। इस साल के शुरुआत में ही हुए एक सर्वे में यह बात निकलकर सामने आई थी कि मुस्लिम समुदाय वैक्सीनेशन को लेकर हिचकिचा रहा है। उल्लेखनीय है कि मुस्लिम समुदाय केवल कोरोना के टीके का विरोध नहीं कर रहा है, बल्कि इससे पहले मुस्लिमों ने पोलियो के टीके का भी विरोध किया था, जिस कारण खासी अड़चनों का सामना करना पड़ा था।