महाराष्ट्र के मालेगाँव में उर्दू घर का नाम मुस्कान खान के नाम पर रखा जाएगा। यह ऐलान मेयर ताहिरा शेख ने किया है। कर्नाटक की मुस्कान खान ने कैम्पस में हिजाब पहनकर ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगाए थे। इसके बाद से PES कॉलेज की इस छात्रा पर मुस्लिम संगठनों ने इनामों और उपहारों की बौछार कर रखी है।
मेयर ताहिरा शेख ने कहा है कि कर्नाटक में ड्रेस कोड के खिलाफ मुस्लिम लड़कियों के प्रदर्शन का मुस्कान चेहरा बना चुकी हैं। लिहाजा उर्दू घर उनके नाम पर रखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उसकी जगह कोई हिंदू भी होता, तो हम भी ऐसा ही करते। उल्लेखनीय है कि हाल ही में मालेगाँव की मेयर ताहिरा सहित 27 कॉन्ग्रेस पार्षद राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हुए थे। महाराष्ट्र में शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में जो सरकार चल रही है उसमें कॉन्ग्रेस और एनसीपी दोनों साझेदार हैं।
Maharashtra: Urdu Ghar in Malegaon will be named after Muskan Khan, the student who became the face of Muslim girls’ protest against dress code rule in Karnataka, says Mayor Tahira Shaikh
— ANI (@ANI) February 12, 2022
“Even if there was a Hindu in her place, we would’ve done the same,” Shaikh says#HijabRow pic.twitter.com/DsPgzYJvnQ
दूसरी ओर जमीयत-उलेमा-हिंद की ओर से मालेगाँव में हिजाब के समर्थन में प्रदर्शन किया गया। इसमें करीब 25 हजार औरतों ने बुर्के में हिस्सा लिया। मिड डे के अनुसार मालेगाँव पुलिस ने कहा है कि बिना इजाजत लिए इस जमावड़े का आयोजन हुआ था। लिहाजा इस मामले में आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। हालाँकि किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इससे पहले जमीयत-उलेमा-हिंद का एक प्रतिनिधिमंडल मुस्कान खान के घर गया था। इस प्रतिनिधिमंडल ने मुस्कान के अब्बा को 5 लाख रुपए का डिमांड ड्राफ्ट सौंपा था। वहीं महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के बांद्रा से कॉन्ग्रेस विधायक ज़ीशान सिद्दीकी ने भी मांड्या शहर में मुस्कान के घर जाकर मुलाकात की और उनके काम को ‘साहसिक’ बताया। उन्होंने मुस्कान को आईफोन और स्मार्टवॉच भी गिफ्ट किया था।
जीशान ने ट्वीट कर कहा था, “कर्नाटक की शेरनी से मिला, जो हिजाब पहनने के उनके अधिकार से रोकने की कोशिश करने वाले फासीवादियों के खिलाफ मजबूती से खड़ी थीं। बैंगलोर से मांड्या तक 100 किमी ड्राइव करने के बाद मैं बहादुर लड़की मुस्कान खान और उसके परिवार से मिला, उसे प्रशंसा का प्रतीक दिया और उसकी बहादुरी की सराहना की!”
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही मुस्कान खान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में वो एक स्कूटी से कॉलेज कैम्पस में आती हैं। उस दौरान वो हिजाब में थीं और हेलमेट नहीं पहना था। इसका वहाँ मौजूद अन्य छात्रों ने विरोध किया। छात्रों के हाथों में और गले में भगवा पट्टिका थी। मुस्कान खान की तरफ से अल्लाह हु अकबर के और अन्य छात्रों की ओर से जय श्रीराम के नारे लगाए। बाद में मुस्कान ने जय श्रीराम का नारा लगाने वाले छात्रों को बाहरी लोग बताया था। इस घटना के बाद मुस्कान को तालिबान और पाकिस्तान से भी समर्थन मिला।
नोट: भले ही इस विरोध प्रदर्शन को ‘हिजाब’ के नाम पर किया जा रहा हो, लेकिन मुस्लिम छात्राओं को बुर्का में शैक्षणिक संस्थानों में घुसते हुए और प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है। इससे साफ़ है कि ये सिर्फ गले और सिर को ढँकने वाले हिजाब नहीं, बल्कि पूरे शरीर में पहने जाने वाले बुर्का को लेकर है। हिजाब सिर ढँकने के लिए होता है, जबकि बुर्का सर से लेकर पाँव तक। कई इस्लामी मुल्कों में शरिया के हिसाब से बुर्का अनिवार्य है। कर्नाटक में चल रहे प्रदर्शन को मीडिया/एक्टिविस्ट्स भले इसे हिजाब से जोड़ें, लेकिन ये बुर्का के लिए हो रहा है।