Monday, November 18, 2024
Homeदेश-समाजगुरुद्वारे से निकली तलवार-डंडों से लैस भीड़, पुलिस को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा: नांदेड़ में 'होला...

गुरुद्वारे से निकली तलवार-डंडों से लैस भीड़, पुलिस को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा: नांदेड़ में ‘होला मोहल्ला’ पर हिंसा

"कोरोना महामारी के कारण 'होला मोहल्ला' का जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई थी। गुरुद्वारा कमेटी को सूचित कर दिया गया था और उन्होंने हमें आश्वस्त किया था कि वे हमारे निर्देशों का पालन करेंगे। उन्होंने कहा था कि वे कार्यक्रम गुरुद्वारे के परिसर के अंदर करेंगे।"

महाराष्ट्र के नांदेड़ में तलवार और डंडों से लैस सिखों की भीड़ ने पुलिस पर हमला बोल दिया। इसमें 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस का कहना है कि राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण होली के जुलूस पर पाबंदी लगाई गई थी। स्थानीय गुरुद्वारे में ‘होला मोहल्ला’ पर भी रोक लगी हुई थी। सिखों ने भी आश्वासन दिया था कि वे गुरुद्वारे के भीतर ही इसे मनाएँगे।

सिख बहार नहीं निकले इसकी निगरानी के लिए गुरुद्वारे के बाहर पुलिस बल तैनात थी। प्रशासन ने गुरुद्वारे का दरवाजा भी बंद कर दिया था। लेकिन कुछ सिख युवकों ने दरवाजे को तोड़ पुलिस पर हमला कर दिया। भीड़ ने पुलिस के वाहनों को भी निशान बनाया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाना पड़ा। सचखंड हुजूर साहिब गुरुद्वारे में होली से पहले पुलिस ने एक बैठक बुलाई थी, जिसमें ‘होला मोहल्ला’ का आयोजन कोरोना दिशा-निर्देशों के अनुरूप करने को कहा गया था।

सोमवार (मार्च 29, 2021) को होली के दिन दोपहर तक सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से हुआ और होली से जुड़े धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न हुए, लेकिन शाम होते-होते होली का जुलूस निकालने की बारी आई तो भीड़ गुरुद्वारा परिसर में एकत्र हो गई। दरवाजा तोड़ कर भीड़ सड़कों पर आ निकली। पुलिस ने जुलूस को आगे बढ़ने से रोका, जिससे वो भड़क गए और 300 लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। शाम 4 बजे हुई इस घटना में पुलिस के बैरिकेड्स भी तोड़े गए।

नांदेड़ रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) निसार तंबोली ने बताया, “कोरोना महामारी के कारण ‘होला मोहल्ला’ का जुलूस निकालने की अनुमति नहीं दी गई थी। गुरुद्वारा कमेटी को सूचित कर दिया गया था और उन्होंने हमें आश्वस्त किया था कि वे हमारे निर्देशों का पालन करेंगे। उन्होंने कहा था कि वे कार्यक्रम गुरुद्वारे के परिसर के अंदर करेंगे।” DIG ने 200 लोगों के खिलाफ IPC की धारा- 307, 324, 188 और 269 के तहत मामला दर्ज करने की बात कही।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उन पर भी तलवार से हमला किया गया। IG निसार तंबोली भी मौके पर पहुँचे। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाई। वहाँ अभी भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और इस पूरे मामले की जाँच की जा रही है। इस गुरुद्वारा को सिखों की दक्षिण काशी भी कहा जाता है, जहाँ कई वर्षों से होली पर ऐसा आयोजन होता आ रहा है। नांदेड़ में 4 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की गई थी।

नांदेड़ पुलिस ने गुरुद्वारे के बाहर तोड़फोड़ और पुलिसकर्मियों पर हमले को लेकर अब तक 17 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने बताया है कि अज्ञात लोगों पर दंगा और हत्या के प्रयास के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं।

गौरतलब है फरवरी 2021 में नांदेड़ से ही एक खालिस्तानी समर्थक सरबजीत सिंह किरात को धरा गया था। वो मूल रूप से लुधियाना का है। इसी तरह के एक अन्य मामले में गुरपिंदर सिंह नामक एक व्यक्ति को UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था। महाराष्ट्र से पिछले दिन कोरोना के 31,000 नए मामले सामने आए और 102 की संक्रमण के कारण मौत हुई। नांदेड़ में भी प्रतिदिन 1000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -