कोरोना संकट के भयावह दौर में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाले कई किस्से सुनने और देखने को मिले हैं। महामारी की वजह से कई परिवारों में अंधेरा छा गया है। इसी बीच महाराष्ट्र के पुणे में झकझोर देने वाला एक मामला सामने आया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिंपरी चिंचवड इलाके में एक महिला की कोरोना से मौत हो गई। दो दिनों तक माँ के शव के पास उनका डेढ़ साल का बच्चा बिलखता रहा, लेकिन कोरोना के डर से किसी ने भी महिला और उनके बच्चे को हाथ नहीं लगाया। मामले की सूचना पुलिस को मिलने के बाद वहाँ पहुँचीं महिला कॉन्सटेबलों ने बच्चे को गोद में उठाया और माँ की जिम्मेदारी निभाई।
पुलिस ने बताया कि उन्हें महिला का शव बीते सोमवार (26 अप्रैल 2021) को मिला था, लेकिन उनकी मौत की संभावना दो दिन पहले की बताई जा रही है। इस दौरान महिला का डेढ़ साल का बच्चा उनके शव के पास भूखा-प्यासा बिलखता रहा। लेकिन कोरोना का डर लोगों में इस कदर फैला हुआ है कि किसी ने भी बच्चे के पास जाने की हिम्मत नहीं की।
दरअसल, पिंपरी-चिंचवड के दिघी इलाके में रहने वाली मृतक महिला का नाम सरस्वती राजेश कुमार है। मूलत: उत्तर प्रदेश की रहने वाली महिला के पति गाँव गए हुए हैं। सरस्वती और उनका डेढ़ साल का बच्चा घर में अकेले रह रहे थे। इस दौरान महिला की मौत हो गई। उस समय घर में उनके डेढ़ साल के बच्चे के अलावा कोई भी नहीं था।
बच्चे को तो ये भी पता नहीं था कि अब उसकी माँ इस दुनिया में नहीं रही। वह मासूम शव के साथ कभी खेलता, कभी रोता, कभी भूख-प्यास से छटपटाता रहा। दो दिनों तक बच्चा इसी तरह बैठा रहा। हालाँकि इसके बारे में पड़ोसियों को पता चल गया था कि बच्चा अपनी माँ के शव के पास बैठा है, लेकिन ऐसे में भी कोई बच्चे को अपनी गोद में उठाने नहीं आया।
महामारी के डर से मर गई संवेदनाएँ
रिपोर्ट्स के मुताबिक आस-पड़ोस के लोगों को आशंका थी कि महिला की मौत कोरोना से हुई है। हालाँकि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है, क्योंकि बच्चे की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आस-पास के लोगों को महिला की मौत की जानकारी तब लगी, जब दो दिन बाद घर से बदबू आने लगी। इसके बाद मकान मालिक ने पुलिस को इसकी सूचना दी। जब घर का दरवाजा खोला गया तो महिला मृत मिली और बच्चा शव के पास लेटा हुआ रो रहा था।