पश्चिम बंगाल के एक स्कूल में एक हथियारबंद व्यक्ति द्वारा जबरन घुसने का मामला सामने आया है। उसने क्लास में घुसकर कक्षा में बैठे विद्यार्थियों को बंधक बनाने की कोशिश की। हालाँकि, बाद में पुलिस ने बच्चों को बचाते हुए उस शख्स को हिरासत में लिया। इस घटना में किसी विद्यार्थी को चोट लगने की खबर नहीं है।
घटना मालदा जिले के मुचिया अंचल स्थित चंद्रमोहन हाईस्कूल का है। बुधवार (26 अप्रैल) को हाथ में रिवॉल्वर लिए एक शख्स सातवीं-आठवीं कक्षा में घुस गया और विद्यार्थियों को डराने की कोशिश की। घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने स्कूल में जमकर प्रदर्शन किया। हालाँकि, बाद में पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कर दिया।
पश्चिम बंगाल: मालदा में एक व्यक्ति ने बंदूक की नौक पर सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों को कथित तौर पर बंधक बनाया। बाद में पुलिस ने बच्चों को बचाया और व्यक्ति को हिरासत में लिया। स्थानीय लोगों ने स्कूल में प्रदर्शन किया जिन्हें बाद में समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया। pic.twitter.com/l9KflwuVS0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 26, 2023
मालदा के एसपी प्रदीप कुमार यादव ने कहा, “हमारे पास सूचना आई कि एक बाहरी व्यक्ति स्कूल में घुस गया है। बाद में पता चला कि उसके पास हथियार भी हैं। हमें पता चला कि उसकी पत्नी और बच्चों को लेकर कोई समस्या है, जिसको लेकर उसने ये किया है।” आरोपित की उम्र लगभग 40 वर्ष है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपित का कहना है कि उसका बेटा और पत्नी एक साल से लापता हैं। प्रशासन पर दबाव बनाने के लिए ऐसा किया था। पंजाब केशरी के मुताबिक आरोपी के पड़ोसियों ने बताया कि वह अपनी पत्नी से अलग रहता है और उसका बेटा भी उसकी पत्नी के साथ रहता है।
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि वह हाथ में हथियार लेकर बच्चों और शिक्षक को मारने की धमकी दे रहा था। अधिकारी ने यह भी बताया कि व्यक्ति ने कहा कि ‘अगर कोई उसे गोली मारेगा तो वह गोली चला देगा।’ आरोपित की पहचान देब बल्लभ के रूप में की गई है। उसके पास से पुलिस ने बंदूक, अनजान पदार्थ से भरे हुए दो बोतल और एक चाकू को जब्त किया गया।
एसपी यादव ने कहा कि सारे बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। वहीं, पत्नी और बच्चों को लेकर आरोपित के दावों की पुलिस पुष्टि कर रही है। बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस कार्रवाई की प्रशंसा की है। जिस समय यह घटना हुई, उस समय वह कोलकाता में एक प्रशासनिक बैठक कर रही थीं। हालाँकि, उन्होंने इसे षडयंत्र भी बताया।