पंजाब के मुक्तसर जिले से गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक युवक धर्मग्रंथ को मूल स्थान से उठाकर आँगन में रखकर उसका अनादर किया। युवक गुरुद्वारे के ही सेवादार का बेटा अर्शदीप सिंह है और वह मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुद्वारा के प्रबंधकों ने दबाए रखा, लेकिन रात में जब स्थानीय लोग विरोध में गुरुद्वारा पहुँचे तो मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
घटना मुक्तसर जिले के मलोट सब-डिविजन के एनाखेरा गाँव की है। यहाँ स्थित बाबा भिंडी चंद गुरुद्वारा हाल ही में खुला है। गुरुद्वारा के ग्रंथी गुरुसेवक सिंह ने बताया कि वह रोजाना की तरह नितनेम करने के बाद अपने कमरे में चले गए। गुरुद्वारा में दो कमरे बने हैं। इसी दौरान यहाँ के सेवादार संतोख सिंह का लगभग 22 साल का बेटा अर्शदीप सिंह सोमवार (27 दिसंबर) सुबह 9 बजे गुरुद्वारा आया था। वह गुरुग्रंथ साहिब को उठाकर बाहर लेकर चला गया और वहाँ रखे कटार का भी अनादर किया।
ग्रंथी ने बताया कि युवक को ऐसा करते देखा तो उसके पिता ने उसे पकड़ लिया और धर्मग्रंथ को लाकर उसके मूल स्थान पर प्रतिष्ठित कर दिया। पिता का कहना है कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है और वह पहले भी आत्महत्या करने की कोशिश कर चुका है। बताया जाता है कि युवक खुद भी गुरुद्वारे में आकर सेवा करता था।
हालाँकि गाँव वालों को अर्शदीप सिंह की मानसिक हालात को लेकर शंका जाहिर की है और घटना की विस्तृत जाँच की माँग की है। वहीं, मलोट के डीएसपी जसपाल सिंह ढिल्लन ने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को 12 घंटे बाद दी गई। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर मामले की जाँच शुरू कर दी है।
यह गुरुद्वारा हाल ही में बना है और 15 दिन पहले ही यहाँ गुरुग्रंथ साहिब का प्रकाश किया गया है। यह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (SGPC) के अंतर्गत नहीं आता और यह बाबा बिधि चंद निहंग सिंह दल के अधीन संचालित होता है। नए बने होने के कारण यहाँ सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं।
बताते चलें कि पिछले कुछ दिनों से पंजाब में गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाएँ लगातार आ रही हैं। पिछले दिनों निजामपुर गाँव के एक गुरुद्वारे में निशान साहिब की बेइज्जती का आरोप लगाकर एक युवक की हत्या कर दी गई। वहीं, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बेअदबी का आरोप लगाकर एक शख्स की पिटाई कर दी गई थी।