कर्नाटक के शिवमोगा में हर्षा नामक बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या के बाद हिंदू संगठन सड़कों पर आ रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद ने भी बुधवार (फरवरी 23, 2022) को इस संबंध में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है। फिलहाल हर्षा का शव पोस्टमार्टम के बाद घर ले जाया गया है। उनके शव के साथ सैंकड़ों हिंदूवादी दिखाई दिए। इस बीच हर्षा की हत्या में कट्टरपंथी एंगल अब सामने आने लगा है।
Karnataka | Body of the 26-year-old Bajrang Dal activist Harsha, who was allegedly murdered yesterday in Shivamogga, being taken to his residence amid Police security after postmortem.
— ANI (@ANI) February 21, 2022
Large numbers of workers of Hindu organisations join in. pic.twitter.com/6jllIkEZ0q
दरअससल, आरोपित भले ही इस मामले में अभी कोई गिरफ्तार नहीं हुए हैं लेकिन राज्य मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने इसके लिए मुसलमान गुंडों को जिम्मेदार बताया है। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक मंगलुरु मुस्लिम द्वारा 2015 में किया गया पोस्ट सामने आया है। लाइव अदालत का दावा है कि हर्षा मुस्लिम कट्टरपंथियों की हिट लिस्ट में थे। उनके विरुद्ध इस ग्रुप ने फेसबुक पर पोस्ट किया था।
BIG : There was a Fatwa issued against young boy Harsha, who was killed in Karnataka yesterday
— Live Adalat (@LiveAdalat) February 21, 2022
Fatwa was posted on facebook by a group called Mangalore Muslims
He was on the hit list pic.twitter.com/gjJQKEec34
इस पोस्ट में कथिततौर पर लिखा है,
“हिंदुत्व आतंकवादी समूह के सदस्य हर्ष ने पैगंबर मोहम्मद और अल्लाह को निशाना बनाते हुए आपत्तिजनक पोस्ट डाले हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पवित्र काबा की मॉर्फ्ड तस्वीरें साझा की हैं।
हम शिवमोगा के लोगों से अनुरोध करते हैं कि उनके खिलाफ नजदीकी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करें और इसे ‘उचित उपचार’ भी दें। करावली (तटीय कर्नाटक) के भाइयों, कृपया विभिन्न पुलिस स्टेशनों में हर्षा के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज करें ताकि वह अपना बचा हुआ जीवन पुलिस स्टेशन और अदालत के अंदर बिताए।
उसके बारे में अधिक जानकारी के लिए इनबॉक्स में एक टेक्स्ट छोड़ें।
इस छवि और जानकारी को साझा करें।”
बता दें कि हर्षा को लेकर मंगलुरु मुस्लिम के ऐसे ही पोस्ट को शिवमोगा मुस्लिम नाम के फेसबुक पेज ने भी अपने अकॉउंट पर साल 2016 में शेयर किया था, इसके अलावा करावली मुस्लिम पेज ने भी इसे 2015 में साझा किया था।
इन सभी पोस्ट का मतलब साफ है कि हर्षा लंबे समय से इन कट्टरपंथियों के निशाने पर थे। हाल में जब हिजाब विवाद भड़का तो उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला था। इस पोस्ट के बाद उनकी हत्या को अंजाम दिया गया। पहले अंदाजा लग रहा था कि हिजाब पर किया गया पोस्ट ही इस हत्या के पीछे की वजह है लेकिन जैसे जैसे कट्टरपंथियों के पोस्ट सामने आ रहे हैं वो दिखाता है कि हिजाब के विरोध के अलावा भी हर्षा की हत्या की साजिश पहले से रची जा रही थी।
One more pic.twitter.com/hFEUi0IU1p
— Dinesh.Red (@ReddyDinesh10) February 21, 2022
सोशल मीडिया पर भी देख सकते हैं कि हर्षा की हत्या पर हाहा करने वाले कोई और नहीं, उसी समुदाय के लोग हैं, जिन्हें उनसे दिक्कत थी।
Peaceful Community😒
— Deepansh Jain (@Rajasthansehu) February 21, 2022
Fb Link: https://t.co/cUFvSfh41H pic.twitter.com/tYvba8eUwA