उत्तर प्रदेश के मथुरा के एक मुस्लिम बहुल गाँव में हिंदू बुजुर्ग को धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि गाँव के ही कुछ मुस्लिमों ने घर में घुसकर बुजुर्ग को धमकी दी। इस्लाम कबूलने का दबाव डाला। पीड़ित ने इस संबंध में 25 जुलाई 2022 को शिकायत की थी। इस पर संज्ञान लेते हुए मथुरा पुलिस ने 31 अगस्त को कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
इस गाँव का नाम महरौली है, जो कोसीकलां थाना क्षेत्र में आता है। 60 वर्षीय पीड़ित तेजराम ने इस संबंध में पुलिस को जी शिकायत दी है, उसकी कॉपी ऑपइंडिया के पास मौजूद है। इसमें उन्होंने बताया है कि करीब 18 साल पहले उन्हें और कुछ अन्य हिन्दुओं को गाँव में सरकारी प्लॉट मिले थे। कुछ समय पहले गाँव के ही ताहिर, तारिफ, आशी, आमिर, इदरीश, गुन्ना, आमिर, अमसर, बब्बू, शब्बीर व सग्गन ने उनके प्लॉट के पेड़ काट लिए। गाँव के ही गोधरन नाम के एक व्यक्ति के खेतों की मेड तोड़ कर अपने खेत में मिला लिया। इस घटना की शिकायत तेजराम ने पुलिस और पटवारी से की थी। इससे आरोपित नाराज हो गए।
तेजराम का आरोप है कि आरोपित उनसे चुनावी और धार्मिक रंजिश भी रखते हैं। तेजराम के अनुसार 23 जुलाई 2022 की शाम आशी, तारिफ, आमिर, इदरीश, बब्बू व अन्य उनके घर में घुस गए। गालियाँ दी। कहा कि पुलिस और पटवारी से शिकायत कर तुमने क्या उखाड़ लिया। जब तेजराम ने गाली-गलौज का विरोध किया तो उन्हें बुरी तरह पीटा गया।
शिकायत में कहा गया है कि पड़ोसियों ने तेजराम को बचाने की कोशिश की तो उन्हें भी धमकी दी गई। तेजराम के मुताबिक हमलावरों ने कहा, “ये गाँव हमारा है। यहाँ हमारे तौर-तरीकों से रहना होगा। हम मुस्लिम यहाँ 90% हैं। ज्यादा परेशान करोगे तो जान और जमीन से हाथ धो लोगे। हमारे मजहब में आ जाओ या ये गाँव छोड़ कर चले जाओ।” शिकायत के मुताबिक हमलावरों ने जाते-जाते तेजराम के घर का सामान भी तोड़ डाला।
तेजराम के अनुसार कुछ अन्य ग्रामीणों के साथ भी मारपीट और धमकाने की घटना हो चुकी है। लेकिन आरोपितों के डर से कोई आगे नहीं आता। उन्होंने आरोपितों के पास हथियार होने और स्थानीय अपराधियों से संपर्क उनके का भी दावा किया है। साथ ही आरोप लगाया है कि कोसीकलां पुलिस और राजस्व कर्मचारी भी आरोपितों के दबाव में काम करते हैं। तेजराम की शिकायत पर मथुरा पुलिस ने थाना प्रभारी कोसीकलां को जाँच और जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
सम्बंधित प्रकरण में त्वरित जाँच एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु प्रभारी निरीक्षक थाना कोसीकलां को अवगत कराया गया।
— MATHURA POLICE (@mathurapolice) August 31, 2022
ऑपइंडिया से बात करते हुए तेजराम ने बताया, “जब वे युवा थे तब गाँव में इतनी मुस्लिम आबादी नहीं थी। बाद के सालों में न केवल मुस्लिमों की आबादी तेजी से बढ़ी है, बल्कि गाँव के कुछ हिंदू घर छोड़कर जाने को भी मजबूर किए गए हैं। करीब 20 साल से गाँव में हिन्दू प्रधान नहीं बना है। वर्तमान मुस्लिम प्रधान भी आरोपितों का ही साथ देता है।” उनका दावा है कि कुछ समय पहले मुस्लिमों ने एक दलित महिला को बुरी तरह पीटा, फिर उसे समझौता करने को मजबूर किया। हिंदुओं को फँसाने के लिए फर्जी केस भी कई बार दर्ज करवाने की बात उन्होंने कही है।