बसपा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के गैंग पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। प्रशासन ने गुरुवार (3 सितंबर, 2020) को अंसारी के वसूली गैंग के गुर्गे सुरेश सिंह की अवैध रूप से कमाई संपत्ति पर शिकंजा कसा। मऊ में उसकी एक करोड़ 5 लाख 40 हजार मूल्य की उसकी संपत्ति जब्त की गई है। इसमें कई वाहन शामिल हैं।
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से मुख्तार गिरोह के सदस्यों में हड़कंप मचा हुआ है। दो दिन पहले भी गैंगस्टर एक्ट के तहत सुरेश सिंह की चार बसों को जब्त किया गया था, जिसकी कीमत 86 लाख रुपए है। अब तक की कार्रवाई को मिलाकर 1 करोड़ 91 लाख रुपए की वाहन को जब्त किया गया है।
सुरेश सिंह की जब्त संपत्ति में ये वाहन शामिल है:-
- बस नंबर यूपी 54टी 1566. (21 लाख)
- हुंडई क्रेटा यूपी 54एवी 5004. (17 लाख)
- टाटा इंडिका यूपी 54 टी 5004. (09 लाख)
- हीरो ग्लैमर यूपी 54 एन 3444. (90 हजार)
- हीरो ग्लैमर यूपी 54 क्यू 4144. (80 हजार)
- बस यूपी 54 डी 1399. (23 लाख)
- बस यूपी 61 एटी 0702. (23 लाख)
- स्प्लेंडर यूपी 54 जे 1703. (70 हजार)
- स्कार्पियो यूपी 54 जे 5004. (10 लाख)
इससे पहले 4 बसों को जब्त किया गया था:-
- बस नंबर यूपी 54टी 0874
- बस नंबर यूपी 54टी 2995
- बस नंबर यूपी 54टी 0360
- बस नंबर यूपी 54टी 0137
पुलिस अधीक्षक ने सुरेश सिंह ने बताया कि वह वसूली गैंग डी-32 का गुर्गा है। मऊ में लोग उसे वसूली माफिया के रूप में पहचानते हैं। उसके विरुद्ध थाना सरायलखंसी पुलिस द्वारा बीती 31 मई को 3(1) गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही की गई थी। फिलहाल वह जेल में बंद है।
गौरतलब है इससे पहले मऊ में जिला प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी कहे जाने वाले रईस कुरैशी के बूचड़खाने पर बुलडोजर चलवाया था। इसकी कुल कीमत करीब 40 लाख रुपए थी। पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेश कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ इसे ध्वस्त कर दिया गया था।
वहीं लखनऊ प्रशासन ने अगस्त 27 को माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। प्रशासन ने डालीबाग कॉलोनी में अंसारी की एक अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया था। इसके बाद खबरों में बताया गया था कि अवैध निर्माण को गिराने का खर्च भी यूपी सरकार मुख्तार अंसारी से ही वसूलेगी। अवैध आवासीय परिसर को गिराने की कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद था।
बता दें, इन सबसे पूर्व यूपी पुलिस ने अपराधियों पर नकेल कसते हुए अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन और अवैध तरीकों से अर्जित की गई 39.80 करोड़ रुपए की संपत्तियों को मुख्तार के करीबियों से मुक्त कराया था। इसके साथ ही मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े लोगों के 33 असलहों के लाइसेंस भी निलंबित कर पुलिस थानों में जमा करवाया था।