Saturday, July 27, 2024
Homeदेश-समाजUP: माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी रईस कुरैशी के बूचड़खाना पर चला बुलडोजर

UP: माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी रईस कुरैशी के बूचड़खाना पर चला बुलडोजर

मऊ के डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि मुख्तार अंसारी के खास गैंगस्टर रईस के एक बूचड़खाने को जिला प्रशासन ने बुलडोजर लगवाकर गिरवा दिया है। प्रशासन ने बताया कि यह बूचड़खाना ग्रीन जोन में आने वाली जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था।

यूपी की राजधानी लखनऊ में माफिया मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की तमाम अवैध संपत्तियों को जमींदोज करने के बाद अब प्रशासन ने उसके करीबी रईस कुरैशी के ख़िलाफ़ मऊ में कार्रवाई की है।

मऊ में जिला प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी कहे जाने वाले रईस कुरैशी के बूचड़खाने पर बुलडोजर चलाया है। इसकी कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई जा रही है। शुक्रवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी नरेश कुमार और सिटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ इसे ध्वस्त कर दिया गया।

एएनआई समाचार एजेंसी के अनुसार, मऊ के डीएम ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि मुख्तार अंसारी के खास गैंगस्टर रईस के एक बूचड़खाने को जिला प्रशासन ने बुलडोजर लगवाकर गिरवा दिया है। प्रशासन ने बताया कि यह बूचड़खाना ग्रीन जोन में आने वाली जमीन पर अवैध रूप से बनाया गया था।

उधर, लखनऊ में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा कि इस अवैध बूचड़खाने के तार मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े थे जिसे स्थानीय प्रशासन ने गिरवा दिया है और वहाँ पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

गौरतलब है कि इससे पहले लखनऊ प्रशासन ने गुरुवार (अगस्त 27, 2020) को माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी। प्रशासन ने डालीबाग कॉलोनी में अंसारी की एक अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया था।

इसके बाद खबरों में बताया गया था कि अवैध निर्माण को गिराने का खर्च भी यूपी सरकार मुख्तार अंसारी से ही वसूलेगी। अवैध आवासीय परिसर को गिराने की कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद था।

बता दें, इन सबसे पूर्व यूपी पुलिस ने अपराधियों पर नकेल कसते हुए अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन और अवैध तरीकों से अर्जित की गई 39.80 करोड़ रुपए की संपत्तियों को मुख्तार के करीबियों से मुक्त कराया था। इसके साथ ही मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़े लोगों के 33 असलहों के लाइसेंस भी निलंबित कर पुलिस थानों में जमा करवाया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

बांग्लादेशियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर झारखंड पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को पीटा: BJP नेता बाबू लाल मरांडी का आरोप, साझा की...

भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर हेमंत सरकार की पुलिस ने उन्हें बुरी तरह पीटा।

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -