गुजरात के भरुच में एक मौलाना ने बकरीद के मौके पर अन्य पशुओं की कुर्बानी के साथ ही गाय की कुर्बानी की बात कही थी। सोशल मीडिया पोस्ट भी इस बारे में वायरल हो रहे थे। इस पूरे मामले की छानबीन ऑपइंडिया गुजराती ने की, जिसके बाद सक्रिय हुई भरुच पुलिस ने आरोपित मौलाना अब्दुल रहीम राठौड़ को गिरफ्तार किया है। वो भरुच के आमोद स्थित दारुल उलूम बरकत ख्वाजा नाम से मदरसा चलाता है।
जानकारी के मुताबिक, आमोद में स्थित इस्लामिक संस्था दारुल उलूम बरकत ख्वाजा के नाम से एक पोस्ट वायरल हुई, जिसमें गाय की कुर्बानी देने का आह्वान किया गया था। इस मामले में भरूच पुलिस ने एक मौलवी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपित की पहचान अब्दुल रहीम राठौड़ के रूप में हुई है, जो आमोद स्थित दारुल उलूम बरकत ख्वाजा चलाता है। पुलिस ने पहले उसके खिलाफ हिरासत में कार्रवाई करने के बाद आईपीसी और आईटी अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने बताया है कि उसके खिलाफ पहले भी धर्म परिवर्तन का मामला दर्ज किया जा चुका है।
स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा कि बकरीद के त्योहार को देखते हुए भरुच पुलिस लगातार सोशल मीडिया पर नजर रख रही है। इस बीच, सोशल मीडिया पर ‘कुर्बानी के तरीके’ नाम से एक पोस्ट वायरल हो रही थी, जिसमें बड़े जानवरों की कुर्बानी के तरीके को बताया गया था। इस पोस्ट में गाय का भी जिक्र था। ये पोस्ट दारुल उलूम बरकत ख्वाजा का प्रबंधन करने वाले अब्दुल रहीम राठौड़ ने किया था। जिसके बाद पुलिस ने उचित धाराओं में केस दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा कि फिलहाल भरुच जिला एसओजी इस मामले की जाँच कर रही है और जो भी इस काम में मौलवी के साथ शामिल पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अवैध धर्मांतरण के केस में भी गिरफ्तार हो चुका है मौलाना
पुलिस के मुताबिक, आरोपित मौलवी के खिलाफ साल 2021 में भी अवैध धर्मांतरण का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में उसके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है और मामले में सुनवाई चल रही है। बताया जा रहा है कि मौलाना उस मामले में जेल जा चुका है।
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