पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मुस्लिम बहुल मटियाब्रुज के झुग्गियों में रह रहे हिन्दू परिवारों को जम कर प्रताड़ित किया जा रहा है। कथित तौर पर दलित परिवारों को घर छोड़ने के लिए डराया-धमकाया जा रहा है ताकि भू-माफिया उनकी जमीनें हड़प लें। शेख मुमताज नाम के एक व्यक्ति पर आरोप है कि अपने साथियों के साथ मिल कर हिन्दुओं को इलाके से भगाना चाह रहा है। इसके लिए महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को भी प्रताड़ित किया जा रहा है।
स्थानीय एक्टिविस्ट सूरज कुमार सिंह ने ऑप इंडिया को बताया कि शेख मुमताज कई दिनों से ‘बाड़ी (किसी झुग्गी में कुछ घरों का समूह)’ को खाली कराना चाह रहा है। उन्होंने बताया कि रविवार (फरवरी 28, 2021) को हालात तब बिगड़ गए, जब शेख मुमताज का बेटा अपने कई साथियों और गुंडों के साथ वहाँ पर आ धमका और इलाके के हिन्दुओं को पीट-पीट कर धमकाने लगा।
उन्होंने कहा कि इन दलित हिन्दू बंगाली परिवारों की गलती सिर्फ यही है कि ये बंगाल में रहते हैं। मटियाब्रुज में ये हिन्दू अल्पसंख्यक है। उन्होंने बताया कि इलाके में अब हिन्दुओं के लिए अपनी पहचान के साथ जीवन-यापन करना भी मुश्किल हो चुका है। शेख मुमताज के बारे में पता चला है कि वह पेशे से एक निजी कंपनी में प्रमोटर है और उसका दावा है कि करीब 6 साल पहले वह इस जमीन को ‘खरीद’ चुका है।
दूसरी तरफ, यहाँ रह रहे हिन्दू इस जमीन पर रहने वाले 6 हिन्दू परिवारों का दावा है कि यह उनका पुश्तैनी घर है। उनके पास जमीन के कागज़ हैं और उन्होंने कोर्ट में मामला भी दर्ज करा रखा है, जो अभी विचाराधीन है। बावजूद इसके उन पर मुमताज अपने साथियों को लेकर आए दिन हमला करता है।
गुंडों की तरफ से इन हिन्दू परिवारों को जान से मार डालने की धमकियाँ भी दी जाती हैं। पीड़ितों का कहना है कि ताज़ा वारदात से 1 दिन पहले बार-बार पुलिस से किसी अनहोनी की आशंका जताने के बावजूद भी उन्हें कोई सहायता नहीं मिली। उनका आरोप है कि पुलिस ने अब तक आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, क्योंकि वे रसूख वाले हैं।
रविवार की घटना के बारे में सूरज ने बताया कि शेख मुमताज का पक्ष 40-45 गुंडों के साथ आ धमका और हिन्दू परिवारों में जो मिल गया उसकी पिटाई की गई। पीड़ित अस्पताल से भी लौट आए, क्योंकि उन्हें डर था कि पीछे उनकी जमीनें और घर न कब्ज़ा लिए जाएँ। बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं की भी पिटाई की गई।
साथ ही शेख मुमताज और उसके गुंडों पर ये भी आरोप है कि वे लोग वहाँ स्थित मंदिर में गोमांस के टुकड़े फेंक देते हैं और तनाव का माहौल पैदा करने के प्रयास में लगे रहते हैं। बताया जाता है कि वे हिन्दुओं को भगाकर अपने लोगों को बसाना चाहते हैं। प्रशासन का सहयोग न मिलने के कारण अल्पसंख्यक हिंदू लाचार बताए जाते हैं।
हिन्दू कार्यकर्ताओं और संगठनों का कहना है कि पश्चिम बंगाल में इस तरह का ‘लैंड जिहाद’ अब आम बात है, जिसके तहत बांग्लादेश और म्यांमार से आए रोहिंग्या मुस्लिमों और घुसपैठियों को बसाया जाता है। साथ ही इसकी कीमत हिन्दुओं को अपनी संपत्ति खो कर चुकानी पड़ती है। भाजपा भी आगामी विधानसभा चुनाव में घुसपैठियों को मिली छूट को मुद्दा बनाते हुए तृणमूल कॉन्ग्रेस को घेर रही है।
इस घटना को लेकर हमने पुलिस का पक्ष जानने की कई बार कोशिश की। लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। पुलिस से संपर्क होते ही हम इस खबर को अपडेट करेंगे।