केरल के मलप्पुरम जिले में चोरी के आरोप में भीड़ ने एक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान राजेश माँझी के रूप में हुई। आरोप है कि लोगों ने चोरी के शक में उसे पकड़ा और फिर बाँधकर पिटाई की। पुलिस को आरोपितों के फोन से पिटाई के फोटोज मिले हैं। फिलहाल इस मामले में 9 लोगों को हिरासत में लिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मृतक राजेश माँझी बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के माधवपुर निवासी था। वह मजदूरी के लिए बिहार से केरल गया था। पुलिस का कहना है कि शनिवार (13 मई, 2023) रात को आरोपितों ने राजेश को एक घर के अंदर से पकड़ा था। इसके बाद उसे बाँधकर घण्टों तक पिटाई की।
इसके बाद रास्ते में छोड़कर भाग गए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुँची, जहाँ राजेश बेहद गंभीर हालत में मिला। पुलिस उसे लेकर स्थानीय मेडिकल कॉलेज पहुँची। लेकिन, इलाज शुरू होने से पहले ही राजेश ने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम में राजेश माँझी की हड्डियाँ टूटी हुई मिली हैं।
इस घटना पर मलप्पुरम जिला पुलिस प्रमुख सुजीत दास ने कहा है, “पहले तो आरोपितों ने पीड़ित के हाथ बाँध दिए। इसके बाद लाठी और प्लास्टिक के पाइप से उस पर हमला किया। हमने आरोपितों के फोन से तस्वीरों सहित सबूत हासिल किए हैं। आरोपितों ने सीसीटीवी फुटेज सहित अन्य सबूतों को नष्ट करने की कोशिश की।”
कोंडोट्टी एएसपी बीवी विजया भरत रेड्डी ने कहा है, “हिरासत में लिए गए व्यक्तियों का दावा है कि चोरी के असफल प्रयास के बाद प्रवासी कर्मचारी एक घर की पहली मंजिल से गिर गया। युवक के घर से गिरने के बाद उन्होंने उसे पकड़ लिया और करीब डेढ़ घंटे तक मारपीट करते रहे। इस बारे में घर के मालिक से पूछताछ कर रहे हैं।” रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि कथित तौर पर आरोपितों ने राजेश को बाँधकर उसके साथ करीब दो घंटे तक मारपीट करने की बात कबूल ली है।
बता दें कि इसी तरह का मामला साल 2018 में भी सामने आया था। तब पलक्कड़ जिले के रहने वाले मधु नाम के एक जनजातीय व्यक्ति को एक भीड़ ने दुकान में चोरी का आरोप लगाते हुए पकड़ लिया था। इसके बाद वहाँ मौजूद लोगों ने मधु को बुरी तरह से पीट दिया। कुछ देर पहुँची पुलिस ने मधु को कस्टडी में लिया लेकिन तब तक पीड़ित की हालत काफी खराब हो चुकी थी। हॉस्पिटल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
मधु का पोस्टमार्टम करवाया गया तो उसके पूरे शरीर पर पिटाई के निशान मिले। खास तौर पर सिर और पसलियों पर वार किया गया था। मौत की वजह आंतरिक रक्तस्राव बनी थी। जनजातीय युवक की मौत ने न केवल बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बन गया था। इस मामले में कोर्ट ने अप्रैल 2023 में शमशुद्दीन, मराइकर, नजीब, हरीश समेत 14 आरोपितों को दोषी करार दिया है।
(अपडेट: इस मामले में नौ लोगों को पकड़ा गया है। सभी आरोपित मुस्लिम समुदाय के हैं। इस लिंक पर क्लिक कर आप विस्तार से खबर पढ़ सकते हैं)