Monday, November 18, 2024
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मेरठ: लैब तकनीशियन से कोरोना संदिग्ध का ब्लड सैंपल छीनकर भागा बंदर, मची अफरातफरी

मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्रमुख अधीक्षक डॉ. धीरज बालियान ने बताया कि तकनीशियन ने उनसे इस संबंध में शिकायत की है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों से बंदर सैंपल लेकर भागे। उन्होंने पेड़ पर बैठकर किट को फाड़ा और सैंपल को नष्ट कर दिया। बाद में संदिग्धों के सैंपल दोबारा लिए गए।

कोरोना संकट के बीच उत्तरप्रदेश के मेरठ के एक मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार (मई 29, 2020) को बंदरों के कारण हड़कंप मच गया। खबरों की मानें तो यहाँ एक बंदर, लैब तकनीशियन से कोरोना संदिग्ध का ब्लड सैंपल छीनकर भाग गया। जब अस्पताल स्टॉफ ने उसका पीछा किया तो वह पेड़ पर चढ़ गया। बाद में उसे किट चबाते देखा गया।

इस दौरान अस्पताल प्रशासन ने उसका वीडियो भी बनाया। जिलाधिकारी ने इस संबंध में कहा कि अभी उनके संज्ञान में ये मामला नहीं आया है। लेकिन वह इसकी जाँच जरूर करेंगे।

इस घटना की वीडियो धड़ल्ले से सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। मेडिकल कॉलेज के प्रमुख अधीक्षक डॉ. धीरज बालियान ने बताया कि तकनीशियन ने उनसे इस संबंध में शिकायत की है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों से बंदर सैंपल लेकर भागे। उन्होंने पेड़ पर बैठकर किट को फाड़ा और सैंपल को नष्ट कर दिया। बाद में संदिग्धों के सैंपल दोबारा लिए गए।

डॉ. बलियान ने यह भी बताया कि बंदर चूँकि सैंपल लेकर पेड़ पर चढ़ा, तो उसे तोड़ते टाइम उसकी बूँद जमीन पर जा गिरी। मगर, अभी तक उस जगह के संपर्क में कोई नहीं आया है।

बता दें, इस मामले पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर एसके गर्ग ने बाद में सफाई देते हुए कहा कि जो सैंपल बंदर ले गए हैं, वो कोरोना के स्वैब टेस्ट के लिए सैंपल नहीं थे। बल्कि कोरोना के मरीजों के रूटीन चेकअप के लिए भेजे गए सैंपल थे। इसलिए कोरोना के जिन तीन मरीजों के सैंपल बंदरों ने छीने उन्हें बाद में फिर से ले लिया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंदर के भागने के बाद इलाके में दहशत है। लोगों का कहना है कि कहीं सैंपल से बंदर संक्रमित न हो जाएँ। वन विभाग के लिए उस बंदर को चिह्नित करना मुश्किल है।

दूसरी ओर टाइम्स की पत्रकार इशिता भाटिया ने सूचना दी है कि अस्पताल प्रशासन ने बंदर का वीडियो बनाने वाले स्वास्थ्यकर्मी को नोटिस दे दिया है। उससे इस बात का स्पष्टीकरण माँगा गया है कि आखिर उसन उस वक्त लोगों से मदद माँगने की बजाय वीडियो क्यों बनाई और बाद में उसे लीक क्यों किया?

उल्लेखनीय है कि इस मामले के सामने आने के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। यूपी कॉन्ग्रेस ने ट्वीट किया, “मेरठ मेडिकल कॉलेज में एक बंदर कोरोना मरीजों के सैम्पल्स लेकर भाग गया। मेरठ में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ा है और लापरवाही का आलम देखिए। खैर सरकार इस पर भी नया झूठ लेकर आएगी।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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