महाराष्ट्र में निर्दलीय लोकसभा विधायक सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे के घर के सामने हनुमान चालीसा का पाठ किया। इस चालीसा पाठ को लेकर राणा दंपति ने बताया कि अमरावती में आतंक के माहौल को दूर करने और कोल्हे परिवार को हमले को सहने की शक्ति देने के लिए कोल्हे के घर के सामने हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया।
नवनीत राणा ने माँग की कि उमेश कोल्हे के मुजरिमों को जनता के बीच में फाँसी पर लटकाया जाना चाहिए ताकि कोई दोबारा ऐसे अपराध को अंजाम देने की हिम्मत न करें। राणा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से इस मामले के जरिए उदाहरण सेट करने को कहा।
मालूम हो कि इससे पहले राणा दंपत्ति ने कोल्हे के परिवार से मुलाकात करके आश्वासन दिया था कि वह लोग इस केस की फास्ट ट्रैक सुनवाई के लिए माँग उठाएँगे। उनका आरोप था कि अमरावती पुलिस इस मामले को दबाने में लगी है। उन्होंने ये भी कहा था कि हत्या के बाद कुछ अन्य लोगों को भी जान से मारने की धमकियाँ आई हैं जिसके कारण वह लोग क्षेत्र को छोड़ जाने लगे हैं।
उमेश कोल्हे की हत्या
बता दें कि उमेश कोल्हे पर 21 जून को रात 10 बजे के आसपास कुछ कट्टरपंथियों ने धारधार हथियार से हमला किया था। इन लोगों को कहा गया था कि कोल्हे का सिर उनसे धड़ से अलग होना चाहिए जिसके लिए आरोपितों ने कोशिश भी की। हालाँकि पीछे से कोल्हे के बहू-बेटे को आता देख वह सब फरार हो गए।
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि इस घटना को अंजाम देने के लिए मुख्य साजिशकर्ता इरफान ने आटो चालकों और मजदूरों को हायर किया था। पहले उसने इन्हें बुलाकर अपनी दुकान में ब्रेनवॉश किया। उसके बाद इनसे ये हत्या करवाई।
मीडिया में सामने आ चुकी जानकारी बताती है कि हत्यारों ने उमेश को मारने के लिए दो बार और कोशिशें की थी लेकिन पहली दफा मुख्य साजिशकर्ता खुद हत्या को अंजाम देने से घबरा गया था और दूसरी बार उमेश कोल्से समय से पहले घर चले गए थे। लेकिन तीसरी बार इन लोगों ने सोचा हुआ था कि इन्हें उमेश कोल्हे को किस तरह मारना है। हालाँकि उस तरह की सिर को धड़ से अलग नहीं कर पाए। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने बताया कि हत्यारों ने इतनी निर्ममता से उन पर वार किया था कि उनके गले उनके गले पर जख्म 5 इंच चौड़ा, एक 7 इंच लंबा और 5 इंच गहरा था। उनकी साँस लेने वाली नली, भोजन निगलने वाली नली और आँखों की नसों पर भी वार किए गए थे।