मध्य प्रदेश के खंडवा से एटीएस की गिरफ्त में आया इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी फैजान शेख बेहद खतरनाक निकला है। वो लंबे समय से आतंकवाद से जुड़े कामों को न सिर्फ अंजाम देने की कोशिश कर रहा था, बल्कि बम बनाने की तरकीब भी निकाल रहा था। वो बच्चों को कट्टरपंथ की तरफ ढकेल रहा था, तो मुठभेड़ में मारे गए सिमी के आतंकियों के परिवारों को आर्थिक मदद भी दे रहा था। यही नहीं, वो यासीन भटकल जैसे कुख्यात आतंकियों के घर भी जाता था, तो जेल में बंद आतंकी से भी मुलाकात करता था। आतंकी फैजान को एमपी एटीएस ने 4 जुलाई की सुबह खंडवा से गिरफ्तार किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फैजान शेख की गिरफ्तारी के बाद से सुरक्षा एजेंसियों को लगातार बड़ी जानकारियाँ मिल रही हैं। एटीएस की पूछताछ में पता चला है कि फैजान पाकिस्तानी आतंकियों के कॉन्टैक्ट में था और वो वीडियो के जरिए भी बम बनाने की ट्रेनिंग ले रहा था। इसके अलावा संदिग्ध आतंकी फैजान ने बताया था कि वह 2016 में भोपाल जेल ब्रेक में मारे गए 8 सिमी आतंकियों की मौत का बदला लेना चाहता था, और वो मारे गए आतंकियों के परिवारों को आर्थिक मदद भी देता था। यही नहीं, वो लोन वुल्फ अटैक के लिए खुद को पूरी तरह से तैयार कर रहा था, इसके लिए वो बीते 2 साल में कम से कम 14 शहरों की रेकी कर चुका था। वो कर्नाटक के भटकल से लेकर कश्मीर, पठानकोट और दिल्ली तक में रेकी कर चुका है। वो जवानों की हत्या करना चाहता था, और टॉप अधिकारियों को भी निशाना बनाना चाहता था।
सूत्रों के अनुसार, फैजान शेख के फोन में वरिष्ठ सुरक्षा कर्मियों की तस्वीरें मिली हैं। गिरफ्तार आतंकी के मंसूबे बेहद खतरनाक थे। वह आसपास के बच्चों को भी उग्रवाद के लिए उकसा रहा था। एटीएस ने गिरफ्तार आतंकी के पास से चार फोन जब्त किए हैं। उन फोन को रिकवर करने की कोशिश की जा रही है। उसके चार जब्त किए गए फोन में आतंकियों के ट्रेनिंग से जुड़े वीडियो पाए गए हैं। फैजान आतंकी संगठन के लिए युवाओं का ब्रेन वॉश भी कर रहा था। वो कुछ बच्चों को कुरान की शिक्षा भी देता था, लेकिन उसके तरीके से स्थानीय लोग खुश नहीं थे। स्थानीय लोगों का भी कहना है कि वो बच्चों का ब्रेनवॉश कर रहा था। उसके पास से इंडियन मुजाहिद्दीन, आईएसआई, सिमी और अन्य आतंकी संगठनों से जुड़े साहित्य भी मिले हैं। यही नहीं, आतंकी संगठन सिमी के लिए भर्ती करने वाले मेंबरशिप फॉर्म भी उसके पास से मिले हैं। फैजान के पास से एक पिस्टल और 5 कारतूस भी मिले हैं।
सिमी से जुड़े आतंकी रकीब कुरैशी का भी खास था और उससे मिलने कोलकाता की जेल भी जा चुका था। दरअसल, वो कोलकाता की जेल में रकीब से जब मिला, तभी से वो सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर आ गया था, तभी से उस पर एमपी पुलिस नजर रख रही थी। एनआईए की टीम जब मई 2023 में खंडवा में आतंकी नेटवर्क की छानबीन करने पहुँची थी, तब भी फैजान से पूछताछ की गई थी।
बता दें कि 31 अक्टूबर, 2016 को जेल से भागने के बाद भोपाल के बाहरी इलाके में एनकाउंटर में मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा मारे गए 8 सिमी आतंकवादियों में से पाँच खंडवा के रहने वाले थे। फैजान इस एनकाउंटर का बदला लेना चाहता था। वह लोन वुल्फ अटैक करके खुद को इंडियन मुजाहिदीन के यासीन भटकल एवं सिमी सरगना अबू फैजल की तरह बड़ा मुजाहिद साबित करना चाहता था।