गाजीपुर, मऊ और वाराणसी में आतंक का पर्याय रहे माफिया मुख़्तार अंसारी की गुरुवार (28 मार्च, 2024) को बाँदा जेल में हार्ट अटैक आया, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। अब अगले दिन उसके शव के पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी की गई है। 5 डॉक्टरों की टीम ने गैंगस्टर के शव का पोस्टमॉर्टम किया। साथ ही विसरा सुरक्षित रख लिया गया है। हालाँकि, उसके बेटे उमर ने माँग की थी कि दिल्ली AIIMS में ये प्रक्रिया पूरी कराई जाए, क्योंकि उसे स्थानीय चिकित्सा प्रणाली प्रशासन व सरकार पर भरोसा नहीं है।
उमर अंसारी ने लिखा था कि उसके अब्बा ने आरोप लगाया था कि जेल में धीमा ज़हर दिया जा रहा है। उसने लिखा कि जब वो बाँदा जिला अस्पताल में अपने अब्बा को देखने पहुँचा था तब उसे अंदर नहीं जाने दिया, जिसमें उसे साजिश नज़र आ रही है। बकौल उमर अंसार, मुख़्तार ने उसे मौत वाले दिन फोन पर ये भी बताया था कि 10 दिन से उसे शौच नहीं हुआ है और कहा था – “उमर बेटा, मैं बचूँगा नहीं”। साथ ही उसने आरोप लगाया है कि उसके अब्बा की हालत गंभीर होने की सूचना उसे न अस्पताल ने दी, न जेल प्रशासन ने।
#WATCH | Mukhtar Ansari's son Umar Ansari says, "It (postmortem) is their procedure. I have written a letter that it should be done by doctors of AIIMS Delhi. We don't trust the medical system, government and administration here…You know why I am saying this…Panchnama is… https://t.co/EKsC0SM0be pic.twitter.com/L19DwGU9b7
— ANI (@ANI) March 29, 2024
वहीं मुख़्तार अंसारी की मौत की अब न्यायिक जाँच भी होगी। बाँदा के चीफ जुडिशल मजिस्ट्रेट भगवान दास गुप्ता की अदालत ने एडिशनल CJM गरिमा सिंह से कहा है कि वो मुख़्तार अंसारी की मौत की जाँच कर के 1 महीने के भीतर रिपोर्ट सौंपें। बाँदा के जिलाधिकारी ने भी इस मामले में जाँच के आदेश दिए हैं और 3 सदस्यीय कमिटी गठित की है। मौत वाली रात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी DGP के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई। इसमें ताज़ा हालात पर चर्चा की गई और कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर मंथन हुआ।
मुख़्तार अंसारी पर 60 से अधिक मामले दर्ज थे, जिनमें से एक भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या वाला मामला भी था। उनकी पत्नी अलका राय ने अब काशी विश्वनाथ मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की है। जुमे की नमाज को लेकर मऊ और गाजीपुर में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर के रखी गई है। उन्होंने बताया कि उनके पति की हत्या के बाद परिवार ने कभी होली नहीं मनाई, आज का दिन उनके लिए होली है। मुख़्तार अंसारी 5 बार मऊ से विधायक रहा था।