बकरीद पर हलाल करने के लिए बकरा लाने को लेकर मुंबई के मीरा रोड स्थित जेपी इंफ्रा हाउसिंग सोसायटी में विवाद खड़ा हो गया था। अब इस मामले में बकरा लाने वाले मोहसिन शेख के खिलाफ सोसायटी की एक महिला ने एफआईआर दर्ज कराई है। शिंदे गुट वाली शिवसेना ने उसे पार्टी से भी निकाल दिया है। यह बात भी सामने आई है कि करीब एक साल पहले सोसायटी में मुस्लिमों ने गणेश मंदिर का विरोध किया था। मंदिर के पास ही मस्जिद बनाने की डिमांड रखी थी।
मोहसिन के खिलाफ IPC की धारा 354 (महिला की गरिमा भंग करने के इरादे से हमला), 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 506 (आपराधिक कृत्य के लिए धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसके खिलाफ सोसायटी के एक 63 साल की महिला ने शिकायत की है। मोहसिन पर छेड़छाड़ और छाती में धक्का मारने के आरोप लगाया है।
सोसायटी में रहने वाले गिगराज कुमावत का अनुसार मोहसिन शेख को हाल ही में शिंदे की शिवसेना ने वार्ड नंबर-8 का शाखा प्रमुख बनाया था। इस पद पर नियुक्ति के बाद सोसायटी के लोगों ने उसे बधाई भी दी थी। लेकिन राजनीतिक धौंस दिखाने के लिए वह सोसायटी में बकरा लेकर आ गया, जबकि इसके लिए न तो सोसायटी और न ही बिल्डर ने कोई अनुमति दी थी।
कुमावत ने बताया, “मोहसिन शेख ने सोसायटी के नियम तोड़े हैं। पहले बिल्डर ने बकरे रखने के लिए तमाम सुविधाओं के साथ एक शेड बनाकर दिया था। हालाँकि अब निर्माण कार्य के चलते वह शेड हटा दिया गया। इसके बाद बिल्डर ने मुस्लिमों को एक अलग जमीन पर बकरे रखने के लिए कहा था। बिल्डर ने वह जमीन किराए पर लेकर मुस्लिमों को दी थी। लेकिन मोहसिन सोसायटी के भीतर ही बकरे रखन चाहता था। उसने धमकी दी थी कि अगर सोसायटी के भीतर उसे जमीन उपलब्ध नहीं कराई गई तो वह बकरों को अपार्टमेंट के अंदर ले आएगा।”
कुमावत के अनुसार बकरों को लाने पर जब सोसायटी के लोगों ने आपत्ति जताई तो शुरुआत में पुलिस मोहसिन और उसकी बीवी यास्मीन खान का पक्ष ले रही थी। पुलिस ने अपार्टमेंट के अंदर बकरों को ले जाने की अनुमति दे दी थी। उनका कहना था कि सोसायटी के अंदर किसी को बकरे जाने से रोकने का कोई कानून नहीं है। हालाँकि सोसायटी में बकरा नहीं कटेगा इसका भरोसा पुलिस ने दिया था।
मोहसिन को शिवसेना ने पार्टी से किया बाहर
इस मामले में शिवसेना विधायक प्रकाश धुर्वे ने कहा है, “मोहसिन शेख को पार्टी से निकाल दिया गया है। गलत काम करने वालों की पार्टी में जगह नहीं है।” वहीं मोहसिन शेख ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया है कि उसने शिवसेना से खुद इस्तीफा दिया है। उसने कहा, “मैं इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहता। यह एक व्यक्तिगत मामला है और हजारों मुस्लिम मेरे साथ खड़े हैं। इसलिए मैंने पार्टी और पद से इस्तीफा दे दिया। मैं इसे सांप्रदायिक नहीं बनाना चाहता। मैं और मेरा मजहब दोनों शांतिप्रिय हैं। कुछ कट्टरपंथी दुश्मन इस घटना को धार्मिक रंग देकर देश की शांति बिगाड़ना चाहते हैं। अब वे अपनी गलती छिपाने के लिए राजनीति कर रहे हैं और मेरे खिलाफ FIR दर्ज करने के लिए पुलिस पर दबाव डाल रहे हैं।”
बता दें कि मोहसिन शेख के इस्तीफा देने के दावे से पहले ही एक स्थानीय निवासी ने कहा था कि शिवसेना ने उसे पार्टी से हटा दिया है। इसका वीडियो भी ऑपइंडिया के पास है। पार्टी ने भी उसे निकाले जाने की ही बात कही है।
Residents also say that he has been removed from his position.
— Siddhi Somani (@sidis28) June 29, 2023
The lambs were removed at around 4 am after the ruckus. Police deployed at the society at present. pic.twitter.com/G0bmBjeIBC
‘मुस्लिमों ने की थी मस्जिद की माँग’
जेपी इंफ्रा निवासी गिगराज कुमावत का दावा है कि मोहसिन शेख समेत अन्य मुस्लिमों ने करीब एक साल पहले सोसायटी में गणेश मंदिर के उद्घाटन का विरोध किया था। उन्होंने कहा, “एक साल पहले सोसायटी में गणेश मंदिर का उद्घाटन किया गया था। उस समय भी मुस्लिम लोगों ने इसका विरोध किया था। उन्होंने मंदिर के पास के परिसर में एक मस्जिद बनाने की माँग की थी।” हालिया मामले को लेकर उन्होंने कहा है कि मोहसिन सोसायटी के नियमों का पालन नहीं कर रहा था। साथ ही वह यहाँ रह रहे लोगों को धमकी देकर अपना सियासी पावर दिखाने की कोशिश कर रहा था।
बता दें कि इस मामले में मोहसिन की पत्नी यास्मीन खान ने भी एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें उसने मारपीट का आरोप लगाया है। इसको लेकर कुमावत का कहना है, “ऐसा कुछ तो हुआ ही नहीं है। सोसायटी में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। सबूतों के लिए उसके फुटेज देखे जा सकते हैं।”
क्या है मामला
मुंबई के मीरा रोड स्थित जेपी इंफ्रा हाउसिंग सोसाइटी में बकरीद से पहले 27 जून 2023 को मोहसिन शेख और उसकी बीवी यास्मीन खान बकरीद से पहले कुर्बानी के लिए दो सफेद बकरे अपार्टमेंट में ले जाते दिखे थे। CCTV में कैद इसका फुटेज सोशल मीडिया में वायरल भी है। हाउसिंग सोसायटी के निवासियों ने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि वे आवासीय परिसर में बकरों की कुर्बानी नहीं होने देंगे।
मोहसिन और उसकी बीवी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस को बताया था कि उन्हें न सिर्फ गालियाँ दी गईं, बल्कि महिलाओं के लिए भी अपमानजनक शब्द बोले गए। ऑपइंडिया से बात करते हुए निवासियों ने मोहसिन की हरकतों को सोसायटी के लिए समस्या बताया था। उन्होंने कहा था कि मोहसिन ने सोसायटी के कई नियमों को तोड़ा है। पहले आम सहमति थी कि कुर्बानी के लिए कोई भी पशु को लेकर बिल्डिंग में नहीं आएगा। निवासियों ने खुद को पीड़ित बताते हुए मुस्लिम दम्पति पर कानूनी कार्रवाई की माँग की थी।
(मूल रूप से अंग्रेजी में लिखी गई इस रिपोर्ट को विस्तार से यहाँ क्लिक कर पढ़ सकते हैं)