Saturday, July 19, 2025
Homeदेश-समाजबकरीद पर हलाल करने के लिए बकरों को लेकर सोसायटी में आ गया मोहसिन...

बकरीद पर हलाल करने के लिए बकरों को लेकर सोसायटी में आ गया मोहसिन शेख, विरोध में हनुमान चालीसा पाठः मुंबई की घटना, 11 पर FIR

उसने दावा किया कि रेजिडेंशियल सोसाइटी का जो बिल्डर है, उसने हर साल बकरे रखने के लिए मुस्लिमों को अलग से जगह दी हुई है।

बकरीद से पहले मुंबई में एक मुस्लिम व्यक्ति हलाल करने के लिए 2 बकरे लेकर आया, लेकिन इससे आसपास के लोग आक्रोशित हो गए। मीरा रोड पर स्थित हाउसिंग सोसाइटी के लोगों ने विरोध में हनुमान चालीसा का पाठ किया और प्रदर्शन भी किया। इस प्रकरण का CCTV फुटेज भी सामने आया है। इसमें देखा जा सकता है कि मोहसिन शेख नाम का व्यक्ति दो बकरे लेकर आया, जिससे सोसाइटी वाले नाराज़ हो गए। इसके बाद बड़ी संख्या में वहाँ लोग जमा हो गए।

मोहसिन शेख का दावा है कि महाराष्ट्र की राजधानी स्थित उक्त हाउसिंग सोसाइटी में 200-250 मुस्लिम परिवार रहते हैं। उसने दावा किया कि रेजिडेंशियल सोसाइटी का जो बिल्डर है, उसने हर साल बकरे रखने के लिए मुस्लिमों को अलग से जगह दी हुई है। हालाँकि, इस साल बिल्डर ने पहले सोसाइटी के बाशिंदों से इस संबंध में पूछने के लिए कहा। उसने पहले की तरह बकरों के लिए अलग से जगह देने से इनकार कर दिया। इसके बावजूद मोहसिन खान बकरे लेकर आ गया।

मोहसिन शेख का कहना है कि सोसाइटी ने जब उसे बकरे रखने वाली जगह का इस्तेमाल करने से मना कर दिया, तब वो बकरों को लेकर घर आ गया। अब मोहसिन शेख कह रहा है कि वो हाउसिंग सोसाइटी के परिसर में बकरों को हलाल नहीं करने जा रहा था, उसकी ऐसी कोई योजना नहीं थी। इसके बाद मुंबई पुलिस को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने सोसाइटी के बाशिंदों को आश्वासन दिया कि परिसर में पशु हत्या की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इसके बाद सोसाइटी वाले शांत हुए। नियम के हिसाब से भी रेजिडेंशियल सोसाइटी के परिसर में पशु हत्या नहीं की जा सकती। पुलिस ने चेताया है कि अगर मोहसिन शेख ने नियम का उल्लंघन करने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मोहसिन शेख ने हाउसिंग सोसाइटी से अपने बकरों को हटाया। ये घटना मंगलवार (27 जून, 2027) की है, जब लोगों ने प्रदर्शन शुरू किया। इस मामले में 11 लोगों पर FIR दर्ज की गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘TMC विकास के आगे दीवार है’- बंगाल में गरजे पीएम मोदी, अपराधियों पर दीदी की ‘ममता’ पर भी साधा निशाना: सड़क-बिजली-गैस-रेल समेत ₹5,400 करोड़...

पीएम मोदी ने दुर्गापुर में ममता बनर्जी सरकार पर तीखा हमला बोला। साथ ही राज्य में महिलाओं की सुरक्षा, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति जैसे मुद्दों को उठाया।

गुजरात की जिस रिफायनरी से रोशन होता है यूरोप, उसी पर EU ने लगा दिया बैन: रूसी तेल को बनाया बहाना, रोसनेफ्ट की हिस्सेदारी...

रूस पर नए EU प्रतिबंधों में भारत की रिफाइनरी और ध्वज रजिस्ट्री शामिल हैं, जिससे रूसी तेल व्यापार और बैंकिंग प्रणाली को बड़ा झटका लगा है।
- विज्ञापन -