मशहूर विवादित उर्दू शायर मुनव्वर राना ने तालिबान मामले में लखनऊ में केस दर्ज होने के बाद अब यू-टर्न लिया है। राना ने अपने विवादित बयान पर पलटी मारते हुए कहा है कि उनका तालिबान से ज्यादा हथियार भारत में माफियाओं के पास होने वाले बयान को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह एक शायर हैं और उन्होंने शायराना अंदाज में यह बयान दिया था। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इश्क करते हैं।
समाचार चैनल ‘आजतक’ से बातचीत में शायर मुनव्वर राना ने अपने हथियार वाले बयान पर सफाई देते हुए कहा, ”ये बात मैंने कही थी, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए, क्योंकि तालिबान एक जंगली कौम है और हिंदुस्तान एक मुल्क! अगर भारत में 10-20 हथियार भी निकलते हैं तो ये मुल्क के लिए बुरी बात है।”
मोदी सरकार में देश के विकास के सवाल पर उन्होंने कहा, ”मैं मोदी जी को बेहद पसंद करता हूँ। मेरी कमजोरी है कि मैं मोदी जी से इश्क करता हूँ। जब मैंने अवॉर्ड वापस किया था तो वो मुझसे काफी नाराज थे, लेकिन मेरी माँ के निधन पर उन्होंने मुझे पत्र लिखा था और मैं काफी शर्मिंदा हुआ।”
गौरतलब है कि अपनी विवादित टिप्पणियों के लिए राना के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में SC/ST एक्ट और धारा 153A, 295A और 501(1)(B) के अंतर्गत केस दर्ज कर किया था। बीते दिनों मुनव्वर राना ने महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से की थी। इसके बाद अखिल भारतीय हिन्दू महासभा और सामाजिक सरोकार फाउंडेशन की शिकायत पर केस दर्ज किया था। मुनव्वर राना द्वारा महर्षि वाल्मीकि पर की गई टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए वाल्मीकि समाज ने इसे हिन्दुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ बताया था।
बता दें कि शायर ने महर्षि वाल्मीकि की तुलना तालिबान से करते हुए कहा था, ”इंसान का कैरेक्टर बदलता रहता है। वाल्मीकि का जो इतिहास था, उसे तो हमें निकालना पड़ेगा न। हमें तो अफगानी अच्छे लगते हैं। वाल्मीकि को आप भगवान कह रहे हैं, लेकिन आपके मजहब में तो किसी को भी भगवान कह दिया जाता है।” राना ने न्यूज नेशन पर पत्रकार दीपक चौरसिया से बात करते हुए कहा था कि वाल्मीकि रामायण लिख देता है तो वो देवता हो जाता है, उससे पहले वो डाकू होता है।