यूपी के आगरा जिले के एक गाँव में गुरुवार (10 सितंबर, 2020) सुबह बाड़े में रखे भूसे के ढेर से एक नाबालिक बच्चे का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। बच्चा मंगलवार से लापता था। परिजनों ने समुदाय विशेष के छोटू, अइया और वाहिद पर बेटे को गायब करने और बेरहमी से हत्या करने का आरोप लगाया है।
घटना एत्मादपुर कस्बा के गाँव धोर्रा की है। रघुनाथ सिंह पुत्र मोजीराम ने थाने में शिकायत दी थी कि मंगलवार दोपहर को उनका 9 वर्षीय बेटा उपदेश उर्फ भुल्ला गाँव में स्थित एक दुकान से कुछ सामान लेने गया था। जिसके बाद वह वापस नहीं लौटा। परिजनों ने बच्चे की काफी खोजबीन की, लेकिन उसका पता नहीं चला।
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की, लेकिन गुरुवार सुबह गाँव में एक व्यक्ति के भूसे की कोठरी में उसका शव मिलने की सूचना दी तो परिवार में कोहराम मच गया।
परिजनों ने पुलिस शिकायत में गाँव के ही समुदाय विशेष के दो युवकों पर अपहरण और हत्या की आशंका जताई थी। ग्रामीणों और परिजनों ने थाना प्रभारी की कार्यशैली को लेकर घटना के बाद हंगामा भी किया। परिजनों का कहना था कि थाना प्रभारी सलीम खान ने मामला समुदाय विशेष से जुड़े होने के कारण हत्यारोपित का पक्ष लिया और कोई कार्रवाई नहीं की। जिस पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी बबलू कुमार ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही छोटू, अइया और वाहिद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और मामले की जाँच पड़ताल में जुट गई है।
विधायक की अगवाई पर दर्ज हुआ मामला
परिजनों ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में उनकी बातों को अनसुना कर दिया था। क्योंकि आरोपित और पुलिस दोनों एक ही समुदाय से थे। जिसके बाद परिजनों ने क्षेत्रीय बीजेपी विधायक रामप्रताप सिंह चौहान को घटना की जानकारी दी। बुधवार को विधायक के हस्तक्षेप के बाद किडनैपिंग का मुकदमा दर्ज हो पाया। इसके बाद गुरुवार सुबह रघुनाथ की पत्नी की नजर घर के पास रखे पड़ोसी के भूसे के ढेर पर गई। उन्हें लगा जैसे अंदर कुछ छिपाया गया है।
जब भूसा हटाया तो अंदर बच्चे का शव दिखा। अपने बच्चे का शव देखते ही पूरे घर में चीत्कार मच गई। माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। घटना की सूचना पाकर पुलिस के भी होश उड़ गए। गाँव वाले लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस के खिलाफ ही लामबंद हो गए। तनाव देख गाँव में कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है।
पिता ने रोते हुए बताया कि समुदाय विशेष के लोगों ने ही उसके बच्चें को घर मे छिपा रखा था। आरोपित छोटू ने उनसे 2 लाख की फिरौती भी माँगी थी। अगर थाना प्रभारी सलीम खान ने अपना समुदाय न देखते हुए मामले में जाँच पड़ताल की होती तो आज शायद उनका बच्चा जिंदा होता। परिवार वालों ने बताया इसी तरह 8 साल पहले उपदेश का चचेरा भाई भी लापता हुआ था और उसका भी आज तक कोई सुराग नहीं मिला है।