पश्चिम बंगाल की एक घटना ससमने आई है, जहाँ एक व्यक्ति अपने घर में ही बम बनाते हुए मारा गया। ये घटना मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज की है, जहाँ तृणमूल कॉन्ग्रेस का कार्यकर्ता हुमायूँ कबीर शनिवार (अगस्त 15, 2020) की रात अपने घर की छत पर बैठ कर बम बना रहा था। इसी दौरान बम विस्फोट कर गया और वो मौके पर ही मारा गया। उसका 10 साल का बेटा भी विस्फोट की जद में आकार घायल हो गया।
हालाँकि, तृणमूल कॉन्ग्रेस ने इस बात से इनकार किया है कि उसके किसी कार्यकर्ता ने इस तरह की हरकत की है। पार्टी ने इस घटना से पल्ला झाड़ लिया है। जंगीपुर के सब-डिवीजनल अधिकारी प्रसेनजीत बनर्जी ने बताया कि शुरुआती जाँच में साफ़ हो गया है क़ी हुमायूँ कबीर अपने घर की छत पर बैठ कर क्रूड बम बना रहा था। अचानक से बम फट गया और वो मारा गया। उसका नाबालिग बेटा भी घायल हुआ।
उन्होंने बताया कि इस मामले में जाँच हो रही है लेकिन अभी तक किसी की भी गिरफ़्तारी नहीं की गई है। स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया है कि हुमायूँ कबीर वहाँ की एक बीड़ी फैक्ट्री में काम किया करता था। शनिवार की रात लोगों ने रात 9 बजे धमाके की आवाज़ सुनी। जब स्थानीय लोग उसके घर की ओर भागे तो वहाँ पहुँच कर उन्होंने देखा कि तृणमूल कॉन्ग्रेस का कार्यकर्त्ता हुमायूँ कबीर खून से लथपथ था।
मृतक की माँ कंचिनूर बेवा ने दावा किया कि उनका बेटा किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं था। उन्होंने कहा कि कबीर रात का भोजन करने के बाद छत पर गया था, उसके कुछ ही मिनटों बाद धमाके की आवाज़ सुनाई दी। वहीं पुलिस का कहना है कि कबीर इससे पहले भी आपराधिक गतिविधितयों में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि परिवार ने बम और बम बनाने के सारे समान को हटा दिया, ताकि कोई सबूत न रहने पाए।
TMC worker killed in Bengal while making bombs, party denies linkhttps://t.co/zdFACQQZHq pic.twitter.com/SJJDYw6YkV
— Hindustan Times (@htTweets) August 16, 2020
हालाँकि, मृतक की माँ ने इन आरोपों को नकार दिया। उन्होंने शक जताया कि किसी और ने उनके घर की तरफ बम फेंका, जिसमें उनका बेटा मारा गया। मुर्शिदाबाद में तृणमूल कॉन्ग्रेस के प्रवक्ता गौतम घोष ने कहा कि उनकी पार्टी का कोई भी व्यक्ति इस घटना में शामिल नहीं है और उन्होंने पुलिस से कहा है कि वो इस घटना की बिना पक्षपात के जाँच करे। इसे पहले शमशेरगंज के पास सूती में ऐसी ही घटना में 2 लोग मारे गए थे।
पुलिस को शक है कि आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने बम और हथियारों का निर्माण शुरू कर दिया है। वैसे भी पश्चिम बंगाल में चुनावों के दौरान हिंसा का पुराना इतिहास रहा है। पहले वामपंथी और अब तृणमूल कॉन्ग्रेस के लोग इसमें शामिल रहे हैं। रविवार को भाजपा ने हुगली में अपने कार्यकर्ता के मारे जाने के विरोध में राज्यव्यापी बंद बुलाया था। उस मामले में अब तक 6 की गिरफ़्तारी हुई है।
ज्ञात हो कि हुगली के आरामबाग स्थित खनकुल में झंडा फहराते समय एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। सत्ताधारी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) के गुंडों पर हमला करने का आरोप है। मृतक भाजपा कार्यकर्ता का नाम सुदर्शन प्रमाणिक है। बताया जा रहा है कि उन पर झंडोत्तोलन के दौरान गुंडों ने धारदार हथियारों से हमला किया। उन्हें स्थानीय हेल्थ सेंटर ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।