Thursday, November 14, 2024
Homeदेश-समाजटोपी वाले ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर खुलेआम पढ़ी नमाज, विरोध करते रह गए...

टोपी वाले ने गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर खुलेआम पढ़ी नमाज, विरोध करते रह गए लोग: वीडियो वायरल, कहा – आसपास कोई मस्जिद नहीं, इसीलिए…

उसने कहा कि उसे ट्रेन पकड़नी है। उसने दलील दी कि पास में कोई मस्जिद नहीं मिली और न ही कोई नमाज़ पढ़ने वाली जगह दिखी, इसलिए वह रेलवे स्टेशन में ही नमाज पढ़ रहा है।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर रेलवे स्टेशन में एक व्यक्ति के नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जब वह नमाज पढ़ रहा था तब वहाँ मौजूद लोगों ने उसका विरोध किया। लेकिन, वह नहीं माना और नमाज पढ़ता रहा। वीडियो स्टेशन के कैब-वे गेट का बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है। फिलहाल, आरोपित की तलाश की जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वायरल वीडियो गोरखपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक बने के कैब-वे गेट का है। वहाँ अधेड़ उम्र का एक व्यक्ति फर्स्ट क्लास गेट के अंदर बने टिकट काउंटर के बाहर बैठकर नमाज पढ़ता दिखाई दे रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि व्यक्ति टोपी लगाए हुए नमाज पढ़ रहा है।

कहा जा रहा है कि जब नमाज पढ़ रहे इस व्यक्ति का रेलवे स्टेशन में मौजूद लोगों ने विरोध किया तो उसने कहा कि उसे ट्रेन पकड़नी है। उसने दलील दी कि पास में कोई मस्जिद नहीं मिली और न ही कोई नमाज़ पढ़ने वाली जगह दिखी, इसलिए वह रेलवे स्टेशन में ही नमाज पढ़ रहा है।

इस मामले में, आरपीएफ के प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार सिन्हा का कहना है कि पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जाँच की जा रही है। साथ ही, आसपास स्थित खानपान के स्टॉल वालों और अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। स्टेशन में नमाज पढ़ने वाले व्यक्ति की पहचान अब तक नहीं हो सकी है।

बता दें सार्वजनिक जगह में नमाज पढ़ने का यह मामला नहीं है। इससे पहले गत 21 अक्टूबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में सत्याग्रह एक्सप्रेस के स्लीपर कोच की गैलरी में नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में देखा गया था कि स्लीपर क्लास की बोगी में दोनों तरफ यात्री बैठे हुए थे। इसके बाद भी, गैलरी में चादर बिछाकर नमाज पढ़ी जा रही थी। इस दौरान एक अन्य व्यक्ति इन नमाज़ियों की रखवाली करते हुए आने-जाने वालों को रुकने और इंतज़ार करने के लिए कहता हुआ भी देखा गया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

भारत माता की मूर्ति क्यों उठवाई: मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु पुलिस की कार्रवाई को बताया ‘अत्याचार’, कहा- BJP को वापस करो

मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु पुलिस को निर्देश दिया है कि वो भाजपा कार्यालय से उठाई गई 'भारत माता' की मूर्ति को वापस करें।

अमेरिकी कैंपसों को ‘मेरिट’ वाले दिन लौटाएँगे डोनाल्ड ट्रंप? कॉलेजों को ‘वामपंथी सनक’ से मुक्त कराने का जता चुके हैं इरादा, जनिए क्या है...

ट्रम्प ने कहा कि 'कट्टरपंथी मार्क्सवादी सनकी' ने कॉलेजों में घुसपैठ की है और करदाताओं के पैसे को अपने वैचारिक एजेंडे को फैलाने में लगाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -