हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में अवैध मस्जिदों का विवाद अभी खत्म नहीं हुआ था कि अब होटल में गोमांस परोसे जाने के आरोप से माहौल और गर्म हो गया है। हिंदू संगठनों ने कुछ मुस्लिम युवकों पर यह आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। शुरुआती जाँच में पुलिस का कहना है कि होटल में गोमांस नहीं मिला है। लेकिन हिंदू संगठन इसे आरोपितों को बचाने की साजिश बता रहे हैं।
यह विवाद 5 अक्टूबर 2024 को शुरू हुआ जब हिंदू संगठन के पदाधिकारी कमल गौतम ने अपने फेसबुक पर 2 वीडियो शेयर किए। उन्होंने दावा किया कि शिमला के ‘होम स्टे राज विला’ होटल में नवरात्रि के दौरान गोमांस पकाकर खाया गया है। आरोप मुस्लिम समुदाय के रईस खान और रिज़वान नाम के व्यक्तियों पर लगाया गया, जो कश्मीर के निवासी बताए जा रहे हैं।
कमल गौतम का दावा है कि जब होटल के हिंदू कर्मचारियों को इस घटना का पता चला, तो वहाँ विवाद खड़ा हो गया और आरोपितों से हाथापाई भी हुई। होटल संचालक ने मुस्लिम कर्मचारियों को गोशाला ले जाकर माफी माँगने का दिखावा किया और बाद में उन्हें होटल से भगा दिया। हालाँकि, हिंदू स्टाफ ने कार्रवाई की माँग जारी रखी।
कमल गौतम ने आगे कहा कि हिंदू स्टाफ ने अपनी नौकरी की परवाह किए बिना धर्म का साथ दिया। पुलिस ने शिकायत मिलने पर हिंदुओं से सबूत माँगे। कमल गौतम ने कहा कि सबूत जुटाना पुलिस का काम है और हिमाचल प्रदेश में इस तरह की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। वीडियो में एक व्यक्ति को डिब्बे में कुछ ले जाते हुए और दूसरे वीडियो में एक व्यक्ति को गाय का पैर पकड़कर माफी माँगने के लिए कहा जाता दिखाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमल गौतम ने जिस होटल ‘होम स्टे राज विला’ का जिक्र किया है वो शिमला के ओल्ड बस स्टेशन के पास है। यह सदर थानाक्षेत्र में पड़ता है जिसके एक हिन्दू कर्मचारी ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई है। शिकायत में कहा गया है कि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग होटल में गोमांस लाकर खाते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम पर सदर थाने के SHO इंस्पेक्टर धरम सिंह नेगी का बयान भी सामने आया है। थानेदार ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद वो खुद जाँच के लिए होटल गए। शुरुआती जाँच में डिब्बे में अचार लाने की बात सामने आई है। थाना प्रभारी का दावा है कि उनकी जाँच में कहीं भी गोमांस नहीं मिला है। हालाँकि मौके से अचार भी नहीं पाया गया है। पुलिस का कहना है कि तनावपूर्ण माहौल में ऐसी बातें हालात को बिगाड़ने की साजिश भी हो सकती है।
शिकायत मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस, हिंदू जागरण मंच के पूर्व अध्यक्ष ने की उचित पुलिस कारवाई की मांग, गौरतलब है कि गौ मांस खाने के आरोपों के बाद से रईस खान और रिज़वान शिमला से गायब हुए गायब,इसी निजी होटल को लीज पर विजय के साथ पार्टनरशिप में पिछले चार वर्षो से चला रहा था रईस pic.twitter.com/dpEmVEe41W
— Teena Thakur (@shimlathakur) October 6, 2024
हिन्दू संगठन के सदस्यों ने पुलिस की इस थ्योरी को नकार दिया है। कमल गौतम का कहना है कि जिस होटल की यह घटना है उसे रईस नाम का व्यक्ति पिछले 4 वर्षों से विजय के साथ पार्टनरशिप में चला रहा था। कमल गौतम ने सवाल किया कि अगर दोनों मुस्लिम कर्मचारी बेगुनाह थे तो उनको भगाया क्यों गया। साथ ही पुलिस डिब्बे में जिस अचार का दावा कर रही है वो कहीं क्यों नहीं मिला ? बकौल कमल गौतम उनसे बातचीत के दौरान होटल संचालक ने गलती होना कबूला था और सजा के तौर पर मुस्लिम स्टाफ को नौकरी से निकाल देने की बात कही थी।