उत्तर प्रदेश के आगरा में दबिश के दौरान पुलिस पर हमला किया गया है। हमला फरार चल रहे वारंटी शानू कुरैशी की गिरफ्तारी की कोशिशों के दौरान हुआ। पुलिस शानू के खिलाफ वारंट जारी होने के बाद उसे तामील कराने गई थी।
इस हमले में पुलिसकर्मियों की वर्दी को फाड़ दिया गया और उनकी नेमप्लेट नोच ली गई। भीड़ ने पत्थरबाजी की और पुलिस के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिसकर्मियों को जान से मार डालने की धमकी भी दी गई है। हमले का आरोप शानू कुरैशी उसके अब्बा हाजी मोहम्मद, शानू के भाई के अलावा इमरान, गुलफाम, असलम, तोतला पठान और नदीम आदि के साथ 20-25 अज्ञात लोगों पर लगा है। घटना शुक्रवार (24 नवंबर, 2023) की है।
यह मामला आगरा के लोहामंडी थाना क्षेत्र का है। हमले का शिकार हुए सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने इस मामले में FIR दर्ज करवाई है। अपनी शिकायत में अरुण कुमार ने बताया कि शुक्रवार की शाम लगभग 6:40 पर वो अपने साथ हेड कॉन्स्टेबल वीरपाल को ले कर शानू कुरैशी नाम के आरोपित की तलाश में उसके आगरा स्थित घर खातीपाड़ा गए थे। शानू के खिलाफ अदालत ने गैर-जमानती वॉरंट जारी कर रखा है। शानू कुरैशी अपने घर पर ही स्थित लोहे की दुकान पर बैठा मिला जिसे फ़ौरन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
शानू की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही मौके पर उसके घर वाले पहुँच गए। उन्होंने पुलिस की वो बाइक खींच कर नीचे गिरा दी जिस से शानू को ले जाया जा रहा था। इसी के साथ आरोपित के घर वालों ने शोर मचा कर मीट आदि की दुकान पर बैठे अन्य लोगों को भी बुला लिया। मौके पर जमा भीड़ ने पुलिस वालों को धमकी दी कि अगर वो शानू को नहीं छोड़ेंगे तो उनकी हत्या कर दी जाएगी। इस दौरान भीड़ में मौजूद लोग हिंसा पर उतारू हो गए। उन्होंने पुलिस वालों को गालियाँ दीं और उनके साथ मारपीट भी शुरू कर दी।
पुलिस ने शानू कुरैशी को नहीं छोड़ा तो हमलावर भीड़ ने उनकी वर्दियों को फाड़ डाला और नेम प्लेट नोच लीं। इस हंगामे के चलते अफरातफरी का माहौल बन गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। आसपास के दुकानदारों ने दुकानें बंद कर लीं। पुलिस ने हमलावरों को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नाकाम रहे। हमलावरों ने पुलिस को निशाना बना कर पत्थरबाजी की जिस से सरकारी बाइक भी क्षतिग्रस्त हो गई। इस हमले में सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार और कॉन्स्टेबल वीरपाल को सामान्य चोटें आईं। दोनों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद छुट्टी दे दी गई।
चोटिल सब इंस्पेक्टर अरुण कुमार की तहरीर पर शानू कुरैशी, उसके अब्बा हाजी मोहम्मद, उसके एक भाई, तोतला पठान, इमरान कुरैशी, गुलफाम, असलम, इमरान कुरैशी के भाई और नदीम को नामजद किया गया है। केस में 20 से 25 अज्ञात हमलावरों का भी जिक्र है। इन सभी पर IPC की धारा 147, 148, 323, 506, 332 और 353 के साथ आपराधिक कानून (संसोधन) अधिनियम 1932 की धारा 7 के तहत FIR दर्ज की गई है। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। केस दर्ज होने के बाद आरोपित फरार चल रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें दबिश दे रहीं हैं।