उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद सैयद तुफैल हसन (एसटी हसन) ने लखीमपुर खीरी में हुए बलात्कार को लेकर मुस्लिम बलात्कारियों के लिए सजा के रूप में शरिया कानून के तहत ‘पत्थरबाजी’ की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि बलात्कार के आरोपियों को आधा गाड़ कर पत्थर मारना चाहिए। ताकि कोई भी व्यक्ति बलात्कार करने की कोशिश भी न करे।
एसटी हसन ने कहा है कि बलात्कार के आरोपियों को कानून के अनुसार दंडित किया जाना चाहिए, लेकिन अगर वे मुस्लिम हैं तो उन्हें चौराहे पर आधा गाड़ कर उन्हें पत्थर मारना चाहिए। उन्होंने कहा, “इससे पहले भी दो दलित युवतियों के साथ बलात्कार हुआ था और वह पेड़ पर लटकी हुई मिली थी। उनकी मौत हो गई थी। अब जिन लोगों ने यह अपराध किया है, जाहिर है उन्हें सख्त से सख्त सजा होनी चाहिए। कानून के मुताबिक और मुस्लिम है तो उन्हें चौराहों पर आधा शरीर जमीन में गाड़ दिया जाए और उन्हें पत्थरों से मार दिया जाए, ताकि कोई आगे से दुष्कर्म करने की कोशिश ना करे।”
बता दें कि बुधवार (14 सितंबर, 2022) को लखीमपुर खीरी जिले के निघासन थाना क्षेत्र में 2 सगी बहनों की लाशें पेड़ पर लटकी मिली थीं। दलित बहनों की हत्या की खबर मिलने के बाद पूरे इलाके में बवाल मचा हुआ है। लड़कियों का उनके घर के बाहर से अपहरण किया गया था और फिर कुछ देर बाद उनकी लाशें पास के ही गन्ने के खेत में लगे एक पेड़ से लटकी मिली थी। दोनों मृत बहनों की उम्र 15 और 17 साल थी।
इस मामले में मृतक किशोरियों की माँ ने कहा था, “मैं नहा रही थी, तभी 3 लोग मोटरसाइकिल पर आए। इन लोगों ने पीले, सफेद और नीले रंग की टी-शर्ट पहनी हुई थी। दो लोगों ने मेरी बेटियों को उठा लिया और उन्हें बाइक पर जबरन बैठाया और भाग गए।”
हालाँकि, पुलिस का कहना है कि दोनों लड़कियाँ अपनी मर्जी से गई थीं। आरोपित पहले से ही मृतक लड़कियों को जानते थे। पुलिस ने अब तक कुल 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपित छोटू ने ही दोनों लड़कियों की पहचान अन्य आरोपितों से करवाई थी। लेकिन, वह मौके पर मौजूद नहीं था। अन्य आरोपित सोहेल और जुनैद ने दोनों लड़कियों के साथ जबरन दुष्कर्म किया था।