मेहसाणा के गणपत विश्वविद्यालय में मुस्लिम छात्रों ने खुले में नमाज पढ़ी। इस पर विवाद हो गया है। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद मेहसाणा के हिंदू संगठनों में गुस्सा है। इस घटना का विरोध करने के लिए हिन्दू संगठनों ने इकट्ठा होकर विश्वविद्यालय में जाकर विरोध प्रदर्शन किया है।
हिन्दू संगठनों ने यहाँ अखंड हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। बजरंग दल-विश्व हिन्दू परिषद ने कॉलेज परिसर में गंगाजल और गोमूत्र छिड़ककर शुद्धिकरण भी किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने ने यह आश्वासन दिया है कि दोबारा खुले में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। मामले को शांत करने की कोशिश की कि ऐसा दोबारा नहीं होगा।
जानकारी के अनुसार, गणपत विश्वविद्यालय मेहसाणा तालुका के खेरवा गाँव के पास स्थित है, यहाँ हाल ही में मुस्लिम छात्रों ने परिसर के भीतर खुले में नमाज पढ़ी। इसका किसी ने वीडियो भी बनाया। यह वीडियो इसके बाद वायरल हो गया। इसके बाद स्थानीय हिन्दू संगठनों के लोग यहाँ इकट्ठा हो गए।
गणपत यूनिवर्सिटी खेरवा के परिसरमें अक्सर विधर्मीयो द्वारा नमाज अदा की जाती है, सूचना मिली तो #बजरंगदल ने कार्यकर्ताओं के साथ वह स्थान का गंगाजल से शुद्धिकरण कर हनुमान चालीसा का पाठ किया।
— Bajrang Dal Gujarat (@Bajrangdal_Guj) September 24, 2024
"माँ सरस्वती के मंदिर में नमाज के लिए कोई जगह नहीं है" #Gujarat @VHPGUJOFFICIAL @Ganpat_Uni pic.twitter.com/UH4PJsbmKO
गणपत विश्वविद्यालय में सार्वजनिक रूप से नमाज पढ़ने के विवाद के बाद यहाँ के प्रवक्ता भीकेश भट्ट का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा, “कॉलेज में हुई घटना का वीडियो सामने आने के बाद बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, हिंदू संगठनों ने विश्वविद्यालय से आश्वासन माँगा कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी।”
મહેસાણાઃ ગણપત યુનિ.માં નમાઝ પઢવાનો વીડિયો વાયરલ થતા હિંદુ સંગઠનનો વિરોધ, પાણી છાટી જગ્યા શુદ્ધ કરી!#mehsana #Ganpatuniversity #namaz #hindu #viral #viralvideo #trending #trendingvideo #ZEE24KALAK pic.twitter.com/mATj04SrXi
— Zee 24 Kalak (@Zee24Kalak) September 24, 2024
भीकेश भट्ट ने आगे बताया, ” हमने विश्वविद्यालय की ओर से यह वादा किया है कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी। नमाज पढ़ने वाले छात्र नए थे, इसलिए उन्हें नियमों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अब यह पूरा मामला सुलझ गया है।”
ऑपइंडिया ने घटना के बारे में अधिक जानकारी के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क भी किया। हालांकी, इस जघन्य घटना से शर्मिंदा होने के कारण थोड़ी ही जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।” जब ऑपइंडिया ने दूसरी बार इस विषय सम्पर्क करने का प्रयास किया तो नम्बर बंद मिला। जैसे ही इस विषय में अन्य जानकारियाँ सामने आएँगी, रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा।