Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजगणपत विश्वविद्यालय में मुस्लिमों ने खुले में पढ़ी नमाज, हिन्दू संगठनों ने किया विरोध:...

गणपत विश्वविद्यालय में मुस्लिमों ने खुले में पढ़ी नमाज, हिन्दू संगठनों ने किया विरोध: हनुमान चालीसा का पाठ, गंगाजल से हुई धुलाई

गणपत विश्वविद्यालय मेहसाणा तालुका के खेरवा गाँव के पास स्थित है, यहाँ हाल ही में मुस्लिम छात्रों ने परिसर के भीतर खुले में नमाज पढ़ी। इसका किसी ने वीडियो भी बनाया। यह वीडियो इसके बाद वायरल हो गया। इसके बाद स्थानीय हिन्दू संगठनों के लोग यहाँ इकट्ठा हो गए।

मेहसाणा के गणपत विश्वविद्यालय में मुस्लिम छात्रों ने खुले में नमाज पढ़ी। इस पर विवाद हो गया है। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद मेहसाणा के हिंदू संगठनों में गुस्सा है। इस घटना का विरोध करने के लिए हिन्दू संगठनों ने इकट्ठा होकर विश्वविद्यालय में जाकर विरोध प्रदर्शन किया है।

हिन्दू संगठनों ने यहाँ अखंड हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। बजरंग दल-विश्व हिन्दू परिषद ने कॉलेज परिसर में गंगाजल और गोमूत्र छिड़ककर शुद्धिकरण भी किया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने ने यह आश्वासन दिया है कि दोबारा खुले में नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। मामले को शांत करने की कोशिश की कि ऐसा दोबारा नहीं होगा।

जानकारी के अनुसार, गणपत विश्वविद्यालय मेहसाणा तालुका के खेरवा गाँव के पास स्थित है, यहाँ हाल ही में मुस्लिम छात्रों ने परिसर के भीतर खुले में नमाज पढ़ी। इसका किसी ने वीडियो भी बनाया। यह वीडियो इसके बाद वायरल हो गया। इसके बाद स्थानीय हिन्दू संगठनों के लोग यहाँ इकट्ठा हो गए।

गणपत विश्वविद्यालय में सार्वजनिक रूप से नमाज पढ़ने के विवाद के बाद यहाँ के प्रवक्ता भीकेश भट्ट का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा, “कॉलेज में हुई घटना का वीडियो सामने आने के बाद बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, हिंदू संगठनों ने विश्वविद्यालय से आश्वासन माँगा कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी।”

भीकेश भट्ट ने आगे बताया, ” हमने विश्वविद्यालय की ओर से यह वादा किया है कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होगी। नमाज पढ़ने वाले छात्र नए थे, इसलिए उन्हें नियमों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अब यह पूरा मामला सुलझ गया है।”

ऑपइंडिया ने घटना के बारे में अधिक जानकारी के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क भी किया। हालांकी, इस जघन्य घटना से शर्मिंदा होने के कारण थोड़ी ही जानकारी दी। उन्होंने कहा, “हमें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।” जब ऑपइंडिया ने दूसरी बार इस विषय सम्पर्क करने का प्रयास किया तो नम्बर बंद मिला। जैसे ही इस विषय में अन्य जानकारियाँ सामने आएँगी, रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

थीसिस पेश करने से लेकर, डिग्री पूरी होने तक… जानें जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ होता है कैसा बर्ताव, सामने आई रिपोर्ट

'कॉल फॉर जस्टिस' की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट से पता चलता है कि जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ न केवल भेदभाव हुआ बल्कि उन्हें धर्मांतरण के लिए उकसाया भी गया।

बांग्लादेश में संविधान का ‘खतना’: सेक्युलर, समाजवादी जैसे शब्द हटाओ, मुजीब से राष्ट्रपिता का दर्जा भी छीनो – सबसे बड़े सरकारी वकील ने दिया...

युनुस सरकार बांग्लादेश के संविधान से 'सेक्युलर' शब्द निकालने की तैयारी कर रही है। इसे इस्लामीकरण की दिशा में एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -