पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का उपखंड में बैंक का कर्ज चुकाने के लिए एक महिला ने पड़ोसी की नाबालिग बच्ची की हत्या कर दी। अरोपित का नाम नाएजा बीबी है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। मृतका सहना खातून की उम्र सवा साल थी। अरोपित ने बच्ची के गले में पड़ी चाँदी की माला और कानों में सोने की बाली के लालच में उसे मार डाला। घटना शुक्रवार (22 सितंबर 2023) की है।
प्रभात खबर के मुताबिक, घटना मुर्शिदाबाद जिले के शमशेरगंज थाना क्षेत्र की है। सिकदरपुर की रहने वाली नाएजा बीबी ने बंधन बैंक से कर्ज लिया था। तय समय पर वो कर्ज चुकता नहीं कर पाई थी। इस बीच नाएजा बीबी की नजर पड़ोस में रहने वाली सीमा बीबी की सवा साल की बेटी सहना खातून पर पड़ी। सहना खातून के कानों में सोने की बालियाँ और गले में चाँदी की चेन थी।
बताया जा रहा है कि नाएजा बीबी इन गहनों को हासिल कर के उसी से अपने कर्ज को चुकता करने की साजिश रचने लगी। अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए नाएजा बीबी 22 सितंबर को पड़ोसन सीमा बीबी के घर पहुँची। यहाँ थोड़ी देर सहना को गोद में खिलाने के बाद नाएजा उसे अपने साथ ले जाने लगी। पड़ोसन और परिचित होने के कारण सीमा ने नाएजा को मना नहीं किया।
नाएजा बच्ची को लेकर चली गई और शाम तक जब बच्ची घर लौटकर नहीं आई तो घर वालों ने उसकी खोजबीन शुरू कर दी। हर तरफ तलाश के बावजूद जब सहना नहीं मिली तब सबने मिलकर नाएजा बीबी से सवाल-जवाब शुरू किया। शुरुआत में नाएजा ने तमाम बहाने बनाए, लेकिन जब ग्रामीणों ने दबाव बनाया तब उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
नाएजा बीबी ने गाँव वालों को बताया कि वो बैंक का कर्ज चुकाने को ले कर काफी परेशान थी। शुक्रवार को वो बच्ची को अपने साथ ले गई। सुनसान में उसने बच्ची के कानों से सोने की बालियाँ और गले से चाँदी की चेन निकाल ली। बाद में नाएजा ने सहना का गला दबा कर हत्या कर दी। उसने बताया कि लाश को उसने नदी में फेंक दिया और घर चली आई।
इसके बाद बच्ची के परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। शमशेरगंज थाना की पुलिस ने गाँव पहुँचकर नाएजा बीबी को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ नदी में फेंके गए बच्ची के शव की तलाश शुरू कर दी गई है। खबर लिखे जाने तक लाश नहीं मिली थी।