Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजहमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए... नीतीश हैरान, लालू के बेटे की बोलती बंद:...

हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए… नीतीश हैरान, लालू के बेटे की बोलती बंद: कौन है 11 साल का सोनू, जिससे मिलने गाँव पहुँच गए सुशील मोदी

"प्रणाम सर। सर हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए। हमारे अभिभावक हमें पढ़ाना नहीं चाहते हैं। मेरे पिता सारा पैसा शराब पर उड़ा देते हैं।"

बिहार का 11 साल का सोनू इन दिनों सोशल मीडिया में चर्चा में है। वह नालंदा जिले के नीमा कौल गाँव का रहने वाला है। वह पढ़-लिखकर आईएएस अधिकारी बनना चाहता है। उसकी बेबाकी ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हैरान कर दिया। उसने अपने जवाब से पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की बोलती ऐसे बंद की कि उन्हें फोट काटना पड़ा। उसके हौसले ने पूर्व उप मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को गाँव तक आने को मजबूर कर दिया।

वायरल वीडियो में सोनू बेबाक अंदाज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से बेहतर शिक्षा के लिए गुहार लगाते हुए नजर आ रहा है। हाल ही में एक कार्यक्रम में पहुँचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब लोगों से मिल रहे थे, इसी दौरान सोनू भीड़ से निकलकर मुख्यमंत्री से कहता है, सुनिए न सर। नीतीश कुमार से हाथ जोड़कर सोनू आगे कहता है, “प्रणाम सर। सर हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए। हमारे अभिभावक हमें पढ़ाना नहीं चाहते हैं। मेरे पिता सारा पैसा शराब पर उड़ा देते हैं।”

इसके बाद बच्चे ने वहाँ मौजूद मीडियाकर्मियों से कहा, “हमें अच्छी शिक्षा चाहिए। मेरे पापा शराब पीते हैं, वो घर का सारा पैसा इसमें उड़ा देते हैं। मैं बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर जो भी पैसा लाता हूँ, वो सब भी वही ले लेते हैं।” सोनू की पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी को इससे भी समझा जा सकता है कि वह गाँव में ही अपने हमउम्र बच्चे को पढ़ाता है। वीडियो वायरल होने के बाद बच्चे के साहस और पढ़ाई के लिए उसकी लगन की तारीफ हो रही है। हर कोई इस बच्चे के बारे में जानना चाहता है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनू के वीडियो को देखने के बाद कई लोग उसकी मदद के लिए सामने आ रहे हैं। ग्रामीण बताते हैं कि बचपन से ही सोनू तेज तर्रार है। उसके पिता दूध बेचने का काम करते हैं। माता लीला देवी निरक्षर हैं। बीजेपी नेता सुशील मोदी ने गाँव नीमा कौल जाकर सोनू से मुलाकात की। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने सोनू को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा, “सोनू का नवोदय विद्यालय में नामांकन होगा और मैं मैट्रिक तक प्रति माह 2 हजार रुपए उसके खाते में जमा कराऊँगा।”

कौन है ये बच्चा

सोनू क्लास 6 में पढ़ता है। पढ़-लिखकर IAS बनना चाहता है। हमउम्र बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता है। ट्यूशन से मिले पैसे से उसने एंड्रायड फोन खरीद लिया है, जिससे वह यूट्यूब पर जानकारी हासिल कर सके। उनका कहना है कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों में योग्यता की कमी है। उन्हें जानकारी कम है। इसलिए सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाता हूँ। सोनू यह भी बताता है कि उसके पास 30 बच्चे ट्यूशन के लिए आते हैं, जिनसे वह प्रति माह के हिसाब से 100 रुपए लेता है। इससे उन बच्चों की पढ़ाई हो जा रही है और मुझे भी आर्थिक मदद मिल जाती है। वीडियो वायरल होने के बाद तेजप्रताप यादव ने वीडियो कॉल पर सोनू से बात की। उन्होंने सोनू से कहा कि IAS बनना तो मेरे अंडर काम करना। इस पर सोनू ने उनसे कहा, “IAS बनूँगा, पर किसी के अंडर नहीं रहूँगा।” यह सुनते ही तेज प्रताप ने फोन काट दिया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘भंगी’, ‘नीच’, ‘भिखारी’ जातिसूचक नहीं, राजस्थान हाई कोर्ट ने SC/ST ऐक्ट हटाया: कहा- लोक सेवकों की जाति के बारे में अनजान थे आरोपित, कोई...

राजस्थान हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि 'भंगी', 'नीच', 'भिखारी', 'मंगनी' आदि किसी जाति के नाम नहीं है।

UPPSC अब कैसे लेगा RO-ARO और PCS की परीक्षा, पुराने पैटर्न को मंजूरी देने के बाद कैसे होगा एग्जाम, क्या होगी नई तारीख: जानें...

आयोग के प्री परीक्षा को एक दिन में करवाने पर सहमत होने और RO/ARO को लेकर विचार करने के बाद भी अभ्यर्थी प्रयागराज से नहीं हिल रहे हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -