उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से लव जिहाद का एक मामला सामने आया है। यहाँ एक हिन्दू महिला ने नावेद उर्फ रिक्की नाम के व्यक्ति पर मज़हब छिपाकर उससे संबंध बनाने और फिर मजबूर करके शादी करने का आरोप लगाया है। शिकायत में पीड़िता ने रिक्की की अम्मी और भाई पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने और प्रताड़ित करने की बात कही है। पुलिस ने केस दर्ज कर के सोमवार (20 नवंबर 2023) को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
महिला ने आरोप लगाया है कि उसका मतांतरण कराने के लिए एक मौलवी को भी बुलवाया गया था। आरोपित रिक्की उर्फ़ नावेद इस से पहले भी एक हिन्दू लड़की का धर्मांतरण करके उससे निकाह कर चुका है। इसके बाद नावेद ने उसे धर्मांतरित हिंदू महिला को तलाक दे दिया है। नावेद पर 2 बच्चों का खतना करवाने और उनमें से 1 को जबरन अपने पास रखने का भी आरोप है।
मामला गाजियाबाद के शालीमार गार्डेन थाना क्षेत्र का है। 20 नवम्बर को थाने में दी गई शिकायत में हिन्दू महिला ने बताया कि साल 2015 में उसकी मुलाकात रिक्की से हुई थी। रिक्की दिल्ली के वजीराबाद का रहने वाला है। रिक्की ने खुद को हिन्दू बताया था। उसके बाद 10 जुलाई 2015 में दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद पीड़िता 2 बच्चों की माँ बनी। इस बीच उसे रिक्की के मुस्लिम और असली नाम नावेद होने की जानकारी मिली।
ऑपइंडिया के पास मौजूद शिकायत की कॉपी के अनुसार, पीड़िता ने बताया कि रिक्की की पहले भी एक बीवी थी, जिससे उसने तलाक ले लिया है। उसने मज़हब और तलाकशुदा होने की बात छिपाने को ले कर रिक्की से विरोध भी दर्ज करवाया था। हालाँकि, पीड़िता के विरोध का रिक्की पर कोई फर्क नहीं पड़ा। वो अपनी अम्मी गुलनाज और भाई जावेद के साथ मिल कर पीड़िता को दहेज़ लाने के लिए प्रताड़ित करने लगा।
शिकायत में कहा गया है कि कुछ दिन बीत जाने पर रिक्की ने एक मौलवी को बुलवाया और पीड़िता पर इस्लाम कबूल करने का दबाव बनाया। नावेद ने पीड़िता का नाम नाज़िया रख दिया और उसे उसी नाम से बुलाने लगे। पीड़िता का कहना है कि मुस्लिम ना बनने पर नावेद ने उसे को जान से मारने की धमकी भी दी गई। इसके साथ ही उसकी माँ का गला काटने की भी धमकी दी।
रिक्की और उसके घर वालों की प्रताड़ना से दुखी हो कर पीड़िता गाजियाबाद स्थित अपने मायके में आ कर रहने लगी। आरोप है कि 2 नवंबर 2023 को रिक्की अपने कुछ साथियों के साथ पीड़िता के मायके में आ धमका। यहाँ रिक्की ने अपनी सास का गला काटने की कोशिश की। बाद में वो धमकी देते हुए साथियों संग फरार हो गया। 19 नवंबर (रविवार) को रिक्की फिर से पीड़िता के मायके पहुँचा। यहाँ उसने पीड़िता से मारपीट की। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग जुटे और रिक्की को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
थाना शालीमार गार्डन पुलिस द्वारा धर्मांन्तरण कराने वाला एक अभियुक्त गिरफ्तार । pic.twitter.com/yO1MMAeSYy
— DCP TRANS HINDON COMMISSIONERATE GHAZIABAD (@DCPTHindonGZB) November 21, 2023
20 नवंबर को पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने नावेद उर्फ़ रिक्की के खिलाफ IPC की धारा 419, 420, 498- A, 323, 504 और 506 के साथ दहेज़ प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धारा 3/4 के साथ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म सम्परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की धारा 3/5(1) के तहत केस दर्ज कर लिया। इस मामले में नावेद के साथ उसकी अम्मी गुलनाज और जावेद को नामजद करते हुए 2 अन्य अज्ञात पर कार्रवाई की है। नावेद को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में आगे की जाँच और कार्रवाई की जा रही है।
जिसे तलाक दिया वो भी थी हिन्दू
ऑपइंडिया ने विस्तृत जानकारी के लिए पीड़िता से बात की। पीड़िता ने अपनी पहचान उजागर न करने की माँग करते हुए उसने दावा किया कि नावेद उससे पहले भी एक हिन्दू लड़की से निकाह कर चुका है, जो दिल्ली में भजनपुरा इलाके की रहने वाली है। नावेद ने अपनी पहली हिन्दू बीवी को इस्लाम कबूल करवाया और बाद में उसे तलाक दे दिया था। नावेद ने अपनी पहली हिन्दू बीवी को तमन्ना नाम दिया था। पीड़िता का यह भी दावा है कि नावेद ने अपनी पहली बीवी को डरा-धमका कर रखा हुआ है, जिससे वो शिकायत दर्ज नहीं कर रही है।
दोनों बच्चों का करवा दिया खतना
पीड़िता ने ऑपइंडिया को आगे बताया कि वो नावेद से निकाह के बाद 2 बच्चों की माँ बनी थी। इनमें से वो एक बच्चे को नावेद के चंगुल से अपने एक बच्चे को छुड़वा पाई है, जबकि दूसरा बच्चा अभी भी आरोपित के परिवार वालों के पास है। दोनों बच्चे नाबालिग हैं। पीड़िता दोनों को हिन्दू ही रखना चाहती थीं और लगभग 4 माह दोनों को नावेद से बचा कर रखी थी। आरोप है कि दोनों का खतना मौका पाकर नावेद ने करवा दिया और उनके नाम भी इस्लामी मान्यताओं वाले रख दिए। पीड़िता ने अपने बच्चों को वापस दिलाने की भी गुहार लगाई।
मौलवी नावेद का दोस्त
नावेद का घर पीड़िता की रिश्तेदारी के बगल में था। यहीं दोनों की मुलाकात और बातचीत हुई थी। पहले नावेद ऑटो चलाता था। बाद में उसने पीड़िता की माँ से पैसे लेकर गाड़ियों को खरीदने-बेचने का काम शुरू किया था। जो मौलवी पीड़िता को इस्लाम कबूल करवाने के लिए बुलवाया गया था, उसे पीड़िता ने नावेद का दोस्त बताया है। ऑपइंडिया को पीड़िता ने बताया कि अभी पुलिस ने नावेद को गिरफ्तार किया है, लेकिन उसके परिवार के बाकी आरोपित व अन्य लोग नहीं पकड़े गए हैं। उन्होंने पुलिस प्रशासन से आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की।