कमलेश तिवारी हत्याकांड में अशफाक और मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद नावेद एक नया नाम सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नावेद पेशे से एक वकील है और लॉ स्टूडेंट भी। पूरी साजिश में नावेद ने ही दोनों हत्यारों को नेपाल पहुँचाने का प्लान था। बरेली में दरगाह के मौलाना सैय्यद कैफी अली की गिरफ्तारी के बाद नावेद को भी यूपी पुलिस और एटीएस ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब अशफाक और मोइनुद्दीन का सामना नावेद से करवाया जाएगा और दोनों के बयान क्रॉस चेक होंगे। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार नावेद पर दोनों हत्यारों को नेपाल तक पहुँचाने की योजना बनाने का आरोप है। इसके अलावा उसपर मौलाना कैफी के साथ मिलकर दोनों आरोपितों को पनाह देने और उनका इलाज करवाने का भी आरोप है।
यहाँ बता दें कि इस पूरे मामले के संबंध में पहले नागपुर से आसिम की गिरफ्तारी हुई थी। जिससे पूछताछ के बाद ही कैफी और नावेद भी पकड़ में आए। पुलिस ने मौलाना को गुरुवार को बरेली से गिरफ्तार किया था और अब नावेद की गिरफ्तारी भी हो गई है। इन दोनों के अलावा 2 अन्य लोगों के भी साजिश में शामिल होने की जानकारी मिली है। जिनके बारे में पुलिस पता लगा रही है।
गौरतलब है कि कमलेश तिवारी की हत्या करने के बाद फरार हुए दोनों आरोपितों को बरेली में मौलाना कैफी ने मदद दी थी। अशफाक और मोइनुद्दीन दोनों बरेली पहुँचकर तीन घंटे मौलाना के घर रुके थे, बाद में इनके रुकने का इंतजाम मदरसे में हुआ था। कैफी के निर्देश पर ही नावेद ने दोनों को नेपाल बॉर्डर तक पहुँचने में मदद की थी।
फिलहाल, इस पूरे हत्याकांड में ताजा अपडेट के लिए बता दें कि मोइनुद्दीन अहमद और अशफाक हुसैन पुलिस कस्टडी में रिमांड पर लखनऊ लाए गए हैं। गुरुवार (अक्टूबर 24, 2019) शाम को ही गुजरात से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर दोनों आरोपियों को लखनऊ पहुँची पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद दोनों को कोर्ट ने 48 घंटे के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। दोनों 25 अक्टूबर सुबह 10 बजे से 27 अक्टूबर सुबह 10 बजे तक रिमांड पर रहेंगे।