महाराष्ट्र के नवी मुंबई में लगभग 20 वर्षीय युवती की चाकू से गोद-गोदकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है। यशश्री शिंदे के रूप में पहचानी गई युवती का वीभत्स शव उरण रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में मिला है। पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे को कुचल दिया गया था। उसके निजी अंगों से लेकर शरीर पर जगह-जगह चाकू गोदे गए थे। हत्या का आरोप उसके जानकार दाऊद शेख पर है, जो फिलहाल फरार है।
नवी मुंबई के पुलिस उपायुक्त विवेक पानसरे ने बताया कि पुलिस को 27 जुलाई की रात करीब दो बजे फोन आया कि उरण रेलवे स्टेशन के पास झाड़ियों में एक लड़की का शव मिला है। शव पर कई चोट के निशान और चाकू से वार के निशान हैं। इससे पता चलता है कि उसकी बहुत बेरहमी से हत्या की गई है। उधर यशश्री की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी। बाद में परिजनों ने यशश्री को कपड़ों से पहचाना।
जानकारी के मुताबिक, यशश्री के प्राइवेट अंगों पर काफी वार किए गए हैं। उसके हाथ-पैर तोड़ दिए गए हैं। पीठ और पेट पर धारदार हथियार से कई वार किए गए हैं। उसकी छाती पर भी काफी निशान हैं। चेहरे को भी बुरी तरह कुचल दिया गया है। यशश्री के शव के बाल भी काट दिए हैं। शव के कपड़े भी फटे हुए मिले हैं। हत्या से पहले उसके साथ रेप हुआ है या नहीं, इसके लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
मृतका के पिता सुरेश शिंदे ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उनकी पत्नी ने 25 जुलाई को नवी मुंबई के उरन पुलिस स्टेशन में उनकी बेटी यशस्वी शिंदे के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने इसमें मामला दर्ज करते हुए खोजबीन शुरू की। इसी बीच रेलवे स्टेशन के पास एक युवती का कुचला शव मिला और उसके कपड़ों ने परिजन ने यशश्री के रूप में पहचान की।
दरअसल, मृतक यशश्री उरण की रहने वाली थी और बेलापुर में एक कॉल सेंटर में काम करती थी। वह 25 जुलाई 2024 को सुबह घर से निकली, लेकिन वापस घर नहीं लौटी। हर जगह खोजने के बाद परिजनों ने थक-हार कर पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने जाँच शुरू की तो उसे अंतिम बार लगभग 1:30 बजे उरण मार्केट एरिया में देखा गया।
पुलिस ने उसके कॉल रिकॉर्ड खंगाला तो उसके सीडीआर से पता चला कि मृतका का एक नंबर पर लगातार घंटों बातचीत करती थी। यह नंबर दाऊद शेख नाम के लड़के का है। गमुशुदगी के दौरान पुलिस को अंदेशा हुआ कि यशश्री कहीं-कहीं भागकर दाऊद शेख के साथ चली गई है। हालाँकि, पुलिस को पता चला कि जिस दिन से लड़की गायब है, उसी दिन से उसका फोन भी बंद है।
पुलिस ने दाऊद शेख का बैकग्राउंड खंगाला तो पता चला कि यशश्री और उसके परिवार ने साल 2019 में उसके खिलाफ पॉक्सो केस में एफआईआर दर्ज करवाई थी। लड़की के परिजनों ने दाऊद शेख को यशश्री के साथ गलत हरकत करते हुए देख लिया था। उस समय यशश्री नाबालिग थी। इसके बाद पॉक्सो में मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने दाऊद शेख को गिरफ्तार कर लिया था।
लंबे समय तक जेल में रहने के बाद जब दाऊद शेख बाहर आया तो कहा जाता है कि वह कर्नाटक चला गया था। पुलिस को यह भी आशंका है कि वह जेल से निकलने के बाद यशश्री से बदला लेना चाहता था। इसके लिए उसने यशश्री को फिर से अपने चंगुल में फँसाने की कोशिश की। रिपोर्ट के मुताबिक, उसने यशश्री से बार-बार माफी माँगी और फिर से दोस्ती करने के लिए आग्रह किया।
यशश्री उसकी बातों में आ गई और दोनों के बीच फिर से बातचीत होने लगी। दाऊद और यशश्री घंटों बातें किया करते थे। पुलिस इस सवाल में उलझी हुई हुई है कि क्या वाकई दाऊद बदला लेने के लिए नाटक किया था या कुछ और था। यदि दाऊद को यशश्री से मोहब्बत थी तो ऐसा क्या हुआ कि उसने इतनी बेरहमी से यशश्री की हत्या कर दी। दाऊद शेख भी उरण का ही रहने वाला है।
जाँच में यह भी पता चला है कि घटना के दिन दाऊद की लोकेशन उरण में थी। इसलिए आशंका जताई जा रही है कि उसने कर्नाटक से उरण आने के बाद यशश्री को बुलाया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और भाग गया। हालाँकि, हत्या की असली वजह उसकी गिरफ्तारी के बाद ही पता चल पाएगा। पुलिस फिलहाल उसकी जोर-शोर से तलाश कर रही है। एक टीम कर्नाटक भेजी गई है। है।