अभिनेता सुशांत सिंह राजूपत की मौत से जुड़े ड्रग्स मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। विशेष एनडीपीएस (NDPS) कोर्ट में शुक्रवार को दाखिल की गई चार्जशीट में 33 लोग आरोपित बनाए गए हैं। इनमें सुशांत की गर्लफ्रेंड रही रिया चकवर्ती और उसके भाई शौविक का नाम भी शामिल है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार चार्जशीट में 200 चश्मदीदों के बयान का उल्लेख है। चार्जशीट 12000 से अधिक पन्नों का है। करीब 50 हजार पन्ने डिजिटल फॉर्मेट में भी कोर्ट के सामने पेश किए गए हैं।
Mumbai: Narcotics Control Bureau to file charge sheet in Sushant Singh Rajput related drug case in Special NDPS court today. Actor Rhea Chakraborty, her brother and others are accused in the case
— ANI (@ANI) March 5, 2021
एनसीबी ने पिछले साल अगस्त में सुशांत की मौत मामले में ड्रग्स कनेक्शन को लेकर दो मामले दर्ज किए थे। इसके बाद एजेंसी ने रिया, उसके भाई शौविक और अन्य को गिरफ्तार किया था। ये अभी जमानत पर बाहर हैं। एनसीबी ने सारा अली खान, श्रद्धा कपूर, रकुल प्रीत सिंह, दीपिका पादुकोण और उनकी मैनेजर रहीं करिश्मा प्रकाश जैसों से भी पूछताछ की थी।
सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को ब्रांदा के अपने फ्लैट में फंदे से लटके मिले थे। सीबीआई इस मामले के जाँच कर रही है। मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल की जाँच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) को बॉलीवुड सेलिब्रिटीज और ड्रग पैडलर्स के बीच कनेक्शन मिले थे। इसके बाद एनसीबी ने कार्रवाई करते हुए कई जगहों पर छापेमारी और गिरफ्तारियाँ की थी।
उस समय मीडिया रिपोर्टों से यह बात सामने आई थी कि रिया चक्रवर्ती के व्हाट्सऐप चैट ईडी ने सीबीआई और एनसीबी को सौंपे थे। कथित तौर पर रिया की चैट से पता चला था कि वह ड्रग्स का ‘इस्तेमाल और डीलिंग’ करती थीं।
पिछले साल दिसंबर में सीबीआई ने बताया था कि हर एंगल से जाँच की जा रही है और एजेंसी ने किसी भी पहलू को नकारा नहीं है। जाँच एजेंसी ने बताया था कि वह पूरे प्रोफेशनल तरीके से वैज्ञानिक तकनीकों का सहारा लेते हुए जाँच में आगे बढ़ रही है। राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के पत्र के जवाब में सीबीआई ने यह बात कही थी
CBI ने कहा था कि इस मामले में जुलाई 25, 2020 को पटना के राजीव नगर थाने में सुशांत के पिता केके सिंह की शिकायत के बाद FIR दर्ज की गई थी। इसके बाद बिहार सरकार की सिफारिश के बाद इस मामले की सीबीआई जाँच के लिए एजेंसी को सौंपी गई। एजेंसी ने बताया था कि परिस्थितियों को बेहतर ढंग से समझने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने कई बार घटनास्थल का दौरा किया और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की देखरेख में घटनास्थल का निरीक्षण हुआ।
जाँच एजेंसी ने बताया था, “फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स ने कूपर हॉस्पिटल का भी दौरा किया और किया और जाना कि पोस्टमॉर्टम के लिए किन प्रक्रियाओं को अपनाया गया था। पीड़ित परिजनों और अन्य सूत्रों ने जो भी आपत्ति दर्ज कराई, उस पर जाँच की गई। सभी सम्बंधित गवाहों से पूछताछ हुई। सेल टॉवर लोकेशन और डिजिटल उपकरणों के डेटा की जाँच के लिए लेटेस्ट तकनीक का इस्तेमाल किया गया। जाँच टीम अलीगढ़, फरीदाबाद, हैदराबाद, मुंबई, मानेसर (गुरुग्राम) और पटना – हर सम्बंधित जगह गई।”