गोवा में नेशनल कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष ‘जोस फिलिप डिसूजा (Jose Phillip D’Souza)’ द्वारा ईसाई बहुल साओ जैसिंटो द्वीप (Sao Jacinto Island) के निवासियों को नौसेना के ख़िलाफ़ भड़काने का मामला सामने आया है। उन्होंने वहाँ के लोगों को उकसाते हुए कहा कि वो स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय नौसेना को द्वीप पर तिरंगा किसी कीमत पर फहराने न दें। राजनेता का दावा था कि भारतीय नौसेना द्वीप पर कब्जा करना चाहती है।
विरोध के कारण नेवी ने ड्रॉप किया प्लॉन
दरअसल, देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देश के सभी आईलैंड पर तिरंगा फहराया जाना था। इस क्रम में भारतीय नौसेना गोवा के साओ जैसिंटो द्वीप पर तिरंगा फहराने वाली थी, लेकिन एनसीपी नेता द्वारा ब्रेनवॉश किए जाने पर स्थानीय लोग भड़क गए और उनके विरोध के बाद नौसेना ने अपनी योजना को स्थगित कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस द्वीप पर रहने वाले स्थानीय लोगों ने केंद्र सरकार के निर्णय का विरोध करते हुए कहा था कि वे केंद्र या राज्य सरकार की किसी गतिविधि को द्वीप पर नहीं होने देना चाहते हैं। इसके बाद इंडियन नेवी ने अपने प्लान को ड्रॉप कर दिया। हालाँकि, यहाँ के लोगों का दावा है कि वे तिरंगा फहराने के विरोध में नहीं हैं, लेकिन वे खुद झंडा फहराएँगे।
NCP नेता ने पूछा- कार्यक्रम की क्या जरूरत?
उल्लेखनीय है कि भारतीय नौसेना को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर द्वीप पर झंडा फहराना था और इसे लेकर पहले बताया भी गया था, लेकिन एनसीपी अध्यक्ष जोस फिलिप डिसूजा द्वीप पर पहुँचे और अपने अजीब दावे कर दिए। नेवी की घोषणा के कुछ दिन बाद ही एनसीपी नेता द्वीप पर पहुँचे थे और वहीं उन्होंने ईसाई जनता को भड़काया और पूछा कि आखिर झंडा फहराने के कार्यक्रम की जरूरत ही क्या है।
एक राष्ट्रीय कार्यक्रम को साम्प्रदायिक रंग देते हुए उन्होंने कहा, “उदाहरण के लिए बैट द्वीप पर हमारी धार्मिक परंपराओं को लें, जिन्हें नौसेना ने हमें, मछुआरों को आने और हमारी परंपराओं को जारी रखने से रोक दिया है। हम केंद्र या नौसेना को इस द्वीप पर कब्जा नहीं करने देंगे।”
डिसूजा ने चर्च स्क्वायर के बाहर द्वीप के निवासियों को इकट्ठा किया, जिनमें ज्यादातर ईसाई थे। इन सबको एनसीपी नेता ने नौसेना अधिकारियों द्वारा नियोजित ध्वजारोहण समारोह के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए कहा। साओ जैसिंटो द्वीप के निवासियों ने दावा किया है कि भारतीय नौसेना ने ध्वजारोहण समारोह आयोजित करने के लिए स्थानीय अधिकारियों से कोई औपचारिक अनुमति नहीं माँगी है।
कॉन्ग्रेस की आपत्ति
बता दें कि सिर्फ एनसीपी ही नहीं, बल्कि कॉन्ग्रेस ने भी द्वीप पर तिरंगा फहराए जाने पर अपनी आपत्ति जाहिर की है। दरअसल, जब गोवा के मुख्यमंत्री ने स्थानीय निवासियों द्वारा नौसेना का विरोध देख उनकी हरकत की निंदा की, तो कॉन्ग्रेस नेता शमीला सिद्दीकी सामने आईं और ऐसा जताया कि अगर भारतीय नौसेना द्वीप पर कब्जा नहीं चाहती तो बताया जाए कि वो क्या कर रही है।
I have requested the Indian Navy to go ahead with their original plan and have assured full cooperation from Goa Police. These attempts of Anti-India activities shall be dealt with an iron fist. It will always be Nation First.2/2
— Dr. Pramod Sawant (@DrPramodPSawant) August 13, 2021
शमीला ने लिखा कि भारतीय नौसेना के द्वीपों पर तिरंगा फहराने के बजाय कलेक्टर झंडा क्यों नहीं फहरा सकते। उन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री पर एक टकराव पैदा करने का आरोप लगाते हुए हमला किया, जिसका गोवा के लोगों पर भारी असर होगा।
If the Navy has not acquired the island with what right are they doing it can you please explain?
— Shamila Siddiqui (@damselon_earth) August 14, 2021
Why cannot Collector do it why have Navy do it and create a confrontation which will have huge recuppressions for us Goans?
Stop labeling everyone an antinational @goacm https://t.co/Be7lG5LVXY