असम के जोरहट में छात्र नेता अनिमेष भुइयाँ की पीट-पीट कर हत्या (मॉब लिंचिंग) मामले का मुख्य आरोपित नीरज दास (उर्फ काला गुंडा, Kala Gunda उर्फ Kola Lora) पुलिस की गाड़ी से भागने के चक्कर में दूसरी पुलिस गाड़ी से टकरा गया। इस टक्कर में वो घायल हुआ। उसे जोरहट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसे बुधवार (1 दिसंबर 2021) मृत घोषित किया गया।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अनिमेष भुइयाँ की मॉब लिंचिंग का आरोपित नीरज दास (उर्फ काला गुंडा, Kala Gunda उर्फ Kola Lora) पुलिस जाँच अधिकारी को गुमराह कर रहा था। वो उन्हें ड्रग्स लोकेशन और उसकी रिकवरी के बहाने बरगला रहा था। इसी दौरान वो चलती पुलिस जीप से कूद गया और पीछे से आ रही एक अन्य पुलिस कार से टकरा कर गंभीर रूप से घायल हो गया।
जोरहट में सोमवार (29 नवंबर 2021) को ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के नेता अनिमेष भुइयाँ की दिन-दहाड़े मॉब लिंचिंग की गई थी। इस घटना के बाद पूरे राज्य में सनसनी फैल गई थी। लोग अनिमेष की मौत के लिए न्याय की माँग कर रहे थे।
ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन के नेता अनिमेष भुइयाँ की मॉब लिंचिंग के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे 50-60 लोगों की भीड़ ने 3 लोगों को घेर कर मारा। इनमें से अनिमेष की मौत हो गई जबकि अन्य दो गंभीर रूप से घायल हैं।
आपको बता दें कि इस मामले में छात्र संगठनों ने तब तक अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखने की बात कही थी, जब तक अपराधियों को सजा नहीं दी जाती। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पुलिस को मामले की त्वरित सुनवाई और एक महीने के भीतर चार्जशीट दाखिल करने का निर्देश दिया था। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने इसके अलावे विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जीपी सिंह को व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी और हमलावरों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश भी दिए थे।
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जीपी सिंह ने 1 दिसंबर 2021 की रात 2 बज कर 29 मिनट पर एक ट्वीट भी किया है। हालाँकि इस ट्वीट में किसी का नाम नहीं है लेकिन स्थानीय मीडिया इस ट्वीट को नीरज दास की मौत से जोड़ कर देख रहे हैं।
For every action, there is an equal and opposite reaction – Newton's Third Law
— GP Singh (@gpsinghips) November 30, 2021
असम पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्य आरोपित नीरज दास (उर्फ काला गुंडा, Kala Gunda उर्फ Kola Lora) सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस के चंगुल से भागने के दौरान ही नीरज पुलिस की दूसरी गाड़ी की चपेट में आकर मारा गया।