‘न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (NBA)’ ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी के उस बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कोरोना के प्रति जागरूकता फैलाने वाले एड को छोड़ कर बाकी सभी सरकारी एडवर्टाइजमेंट पर रोक लगाई जाए। सरकारी और सार्वजनिक कंपनियों और संस्थाओं द्वारा किसी प्रिंट, टीवी या ऑनलाइन किसी भी प्रकार के एडवर्टाइजमेंट को प्रतिबंधित करने की सलाह की एनबीए ने निंदा की है। उसने कहा कि मीडिया के लोग इस परिस्थिति में भी जीवन संकट में डाल कर जनता के लिए काम कर रहे हैं और अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
एसोसिएशन ने कहा कि एक तो मंदी की वजह से पहले ही उन्हें एडवर्टाइजमेंट्स में कमी हो गई थी और लॉकडाउन की वजह से वित्तीय संकट भी आन पड़ा है, ऐसे में सोनिया गाँधी की सलाह उनके लिए काफ़ी ख़तरनाक है। एसोसिएशन ने कहा कि सभी न्यूज़ चैनल अपने रिपोर्टरों और कर्मियों की सुरक्षा के लिए पूरा इंतजाम कर रहे हैं। एसोसिएशन ने माँग की है कि सोनिया गाँधी अपना सुझाव वापस लें।
News Broadcasters Association (NBA) “strongly deplores” statement by Sonia Gandhi in which she suggested to PM @narendramodi to impose ban on media ads for TV, print and online.
— Rohan Dua (@rohanduaTOI) April 7, 2020
This at a time when “Media is carrying out its duty in national interest without fearing for lives” pic.twitter.com/86u8gFEC1p
बता दें कि कॉन्ग्रेस की वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने एक और सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए स्थापित किए गए PM केयर्स के अंतर्गत अब तक जमा हुई संपूर्ण धनराशि को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) में ट्रांसफर करने के लिए प्रधानमंत्री से कहा है। सोनिया गाँधी के अनुसार बेहतर पारदर्शिता, जवाबदेही के लिए यह कदम उठाया जाना बेहद जरूरी है।