बिहार के शिक्षा विभाग के आदेश के बाद इस बार टीचरों को होली की तरह ईद की छुट्टियाँ भी नहीं मिलेंगी। विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक द्वारा जारी आदेश में 8 अप्रैल से 13 अप्रैल तक आवासीय प्रशिक्षण देने की बात है जबकि ईद इसी बीच 11 अप्रैल को पड़ रही है।
अपने त्योहार को देखते हुए मुस्लिम लोग माँग कर रहे थे कि आवासीय प्रशिक्षण की तारीख बदल दी जाए। इस संबंध में इमारत शरिया के महासचिव मोहम्मद शिब्ली अल कासमी ने पत्र लिखकर माँग भी की है कि 8 अप्रैल से शुरू हो रहे आवासीय प्रशिक्षण की तारीख बदली जाए।
उन्होंने अपने पत्र में कहा कि मुसलमानों के सबसे बड़े त्योहार के मौके पर देशभर में छुट्टी का ऐलान किया गया है लेकिन आवासीय प्रशिक्षण की तारीख के चलते मुसलमान टीचर ईद नहीं मना पाएँगे। ऐसे में ये तारीख बदलने पर विचार हो। हालाँकि, ऐसा हो पाएगा, ये नहीं लगता। पिछले दिनों होली-दिवाली के मौके पर भी छुट्टियाँ कैंसिल हुईं थीं। माँग करने पर भी छुट्टी नहीं दी गई थी। उन फैसलों को भी केके पाठक द्वारा जारी किया गया था।
No holiday for teachers on Holi in Bihar. Yes on Holi which is one of the biggest festivals of Hindus.
— Mr Sinha (Modi's family) (@MrSinha_) March 23, 2024
This KK Pathak has been doing it since long, last year he had cancelled Rakshabandhan holiday & suspended a teacher for celebrating Rakhi with his sister.
You need to get rid… pic.twitter.com/NxogXJq2GC
गौरतलब है कि 8 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच होने वाले आवासीय प्रशिक्षण में शिक्षकों की आवासीय ट्रेनिंग रखी गई है। प्रशिक्षण के दौरान शिक्षकों को क्लास संभालने और बच्चों से कॉर्डिनेशन बनाकर रखने के साथ ही बच्चों में कौशल विकास को विकसित करने का गुर सिखाया जाता है। इस प्रशिक्षण में कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक होते हैं।
जानकारी के मुताबिक, वैसे तो राज्य में कुल 6 लाख टीचरों को ट्रेनिंग दी जानी है लेकिन 6 प्रशिक्षण केंद्र कम होने के कारण 6 दिन की ट्रेनिंग में 19000 के करीब टीचरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इन शिक्षकों को 7 अप्रैल की शाम तक ट्रेनिंग सेंटरों में योगदान करने का आदेश दिया गया है। प्रशिक्षण के लिए 8 अप्रैल को अपराह्न 5 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएगा।