कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला पहलवान के पिता ने साक्षी मलिक के दावों का खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि उनके परिवार को किसी प्रकार की धमकी नहीं दी गई। साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने दावा किया था कि नाबालिग पहलवान के घरवालों को धमकी दी गई। इसलिए उसने अपने बयान बदल लिए।
‘इंडिया टुडे’ ने साक्षी मलिक के दावों को लेकर नाबालिग महिला पहलवान से बात की है। इस बातचीत में नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा है कि उनके परिवार को किसी प्रकार की धमकी नहीं मिली। उन्होंने कहा है, “हमें जो करना था हमने किया। हमारे परिवार के खिलाफ धमकी के ऐसे दावों में कोई सच्चाई नहीं है।” यही नहीं, उन्होंने साक्षी मलिक से उनके बयान को स्पष्ट करने का भी आग्रह किया।
दरअसल, साक्षी मलिक ने अपने पति सत्यव्रत कादियान के साथ शनिवार (18 जून, 2023) को एक वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में उन्होंने दावा किया था कि नाबालिग महिला पहलवान ने दो बार बयान दिए थे। पहले धारा 161 के तहत पुलिस के सामने व फिर धारा 164 के तहत कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने। लेकिन नाबालिग महिला पहलवान के परिवार को डराया, धमकाया जा रहा था। इसलिए, डर के कारण महिला पहलवान ने अपने बयान बदल दिए।
गौरतलब है कि साक्षी मलिक ने यह दावा ऐसे समय किया है जब नाबालिग महिला पहलवान के यौन उत्पीड़न के आरोपों की जाँच कर रही दिल्ली पुलिस ने बृज भूषण के खिलाफ केस रदद् करने की सिफारिश की थी। पुलिस ने चार्जशीट में कहा था कि बृज भूषण के खिलाफ पॉस्को एक्ट के तहत दर्ज शिकायत को लेकर कोई सबूत नहीं मिला है। इसे बृजभूषण को मिली क्लीन चिट के रूप में देखा जा रहा है। हालाँकि केस रदद् करना है या नहीं इस पर कोर्ट 4 जुलाई को अपना फैसला सुनाएगी।
महिला पहलवान ने बदले अपने बयान
बता दें कि महिला पहलवान के पिता ने ने दावा किया था कि बृज भूषण शरण सिंह और भारतीय कुश्ती संघ ने एशियाई चैंपियनशिप के सलेक्शन के दौरान पक्षपातपूर्ण फैसले लिए थे। इससे उनकी बेटी गुस्से में आ गई थी। इसके चलते उसने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था।