छतीसगढ़ के बलौदा बाजार में हुई भीषण हिंसा और आगजनी में पुलिस ने कॉन्ग्रेस के छात्र संगठन NSUI के विधानसभा अध्यक्ष को गिरफ्तार किया है। NSUI अध्यक्ष ने एक इस हिंसा के दौरान मोबाइल भी लूट लिया था। पुलिस इस हिंसा मामले में लगातार कार्रवाई कर रही है।
हिंसा मामले में गिरफ्तार किए गए NSUI अध्यक्ष का नाम सूर्यकांत वर्मा है। उस पर उस हिंसा के दौरान तोड़फोड़ करने और फोन चुराने का आरोप है। पुलिस इस हिंसा मामलें में अब तक 145 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इस मामले में अब भी जाँच जारी है।
बलोदाबाजार में हुआ यह पूरा बवाल सतनामी समाज से जुड़ा हुआ है। यह पूरा बवाल मई माह में हुआ था। मई माह में बलोदा बाजार के गिरौदपुरी धाम के पास स्थित बाघिन गुफा में लगे सतनामी समुदाय के एक धार्मिक चिन्ह को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। इसको लेकर पूरा समाज काफी गुस्सा हुआ था।
पुलिस ने बाद में इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। बताया गया था कि धार्मिक चिन्हों को क्षति पहुंचाने का काम बिहार से आए तीन मजदूरों ने किया था जो पैसा ना मिलने पर गुस्सा थे। कहा गया था कि उन्होंने नशे में यह काम किया। हालाँकि, इसको लेकर सतनामी समुदाय के लोग संतुष्ट नहीं हुए थे। उनका कहना था कि मामले को दबाया जा रहा है और सही आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। सतनामी समुदाय ने इसके बाद प्रशासन से मुलाक़ात की और जाँच की माँग की। उन्होंने एकदिवसीय प्रदर्शन का भी ऐलान कर दिया।
यह प्रदर्शन 10 जून, 2024 को होना था। पहले प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा लेकिन थोड़ी ही देर में इसने उग्र रूप धारण कर लिया और देखते देखते स्थिति बिगड़ गई। इस दौरान एसपी और कलेक्टर के ऑफिस में तिरंगे को भी नुकसान पहुँचा कर यहाँ सफ़ेद झंडा लगाया गया। इस दूँ बहुत सी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई और आगजनी भी हुई।
कानून-व्यवस्था बिगड़ती देख मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने यहाँ के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया। इस बीच उपद्रवियों पर कार्रवाई चालू हो गई। हिंसा के दो दिनों के भीतर 100 अधिक दंगाई पकड़े गए। मामले में अब तक 13 FIR दर्ज हो चुकी हैं और 145 आरोपित भी गिरफ्तार हो चुके हैं।