Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजकोरोना हो तो कब, संक्रमित न हुए हों तो कब... 2 डोज वैक्सीन के...

कोरोना हो तो कब, संक्रमित न हुए हों तो कब… 2 डोज वैक्सीन के बीच कितना हो गैप: NTAGI ने दिया हर सवाल का जवाब

सरकारी पैनल ने कोविशील्ड वैक्सीन के दो डोज के बीच कम से कम 12-16 हफ्ते का गैप रखने का सुझाव दिया है। इसके अलावे संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने के करीब 6 महीने के बाद ही...

देश भर में कोरोना वायरस के कहर से उबरने के लिए वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। लेकिन, कोरोना संक्रमित व्यक्ति को वैक्सीन का डोज कब लेना चाहिए, इसको लेकर बनी भ्रम की स्थिति को दूर करते हुए केंद्र सरकार के पैनल ने सुझाव दिया है कि संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने के करीब 6 महीने के बाद ही टीके का डोज लेना चाहिए।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी पैनल ने कोविशील्ड वैक्सीन के दो डोज के बीच कम से कम 12-16 हफ्ते का गैप रखने का सुझाव दिया है। बता दें कि वर्तमान में कोविशील्ड की दो डोज के बीच 4 से 8 हफ्ते का गैप दिया जाता है।

हालाँकि, कोवैक्सीन के टीके के लिए इस तरह का कोई सुझाव नहीं दिया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के मुताबिक, “नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्युनाइजेशन” (NTAGI) ने कोविशील्ड के लिए ये सुझाव गुरुवार को दिया है। अब वो इस सुझाव को वैक्सीन प्रशासन के राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को भेजेगा।

इसके अलावा गर्भवती महिला को कोई भी टीका लगवाने का ऑफर दिया जा सकता है। सरकारी पैनल के मुताबिक, डिलिवरी के बाद महिला कभी भी वैक्सीन का डोज ले सकेगी।

इस बीच ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक को 2 से 18 साल की आयु के लोगों के लिए टीकों के दूसरे क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दी है। भारत बायोटेक यह ट्रायल पूरी तरह से स्वस्थ 525 वालंटियर्स पर करेगा।

DGCI की प्रेस रिलीज

खास बात यह है कि पैनल ने यह सिफारिश ऐसे वक्त में की है, जब कोरोना की दूसरी लहर के कारण वैक्सीन की सप्लाई में कुछ कमी देखने को मिल रही है। लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पहले मार्च में केंद्र सरकार ने कोविशील्ड की पहली और दूसरी डोज के बीच के अतंर को बढ़ाकर 6 से 8 सप्ताह करने के लिए कहा था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

‘छिछोरे’ कन्हैया कुमार की ढाल बनी कॉन्ग्रेस, कहा- उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया: चुनावी सभा में देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को लेकर की...

कन्हैया ने फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा, "हम धर्म बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और डेप्युटी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बना रही हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -