इस्लामिक देशों की प्रतिक्रिया के बाद देश के कट्टरपंथी दबाव की राजनीति पर काम करते हुए जगह-जगह प्रदर्शन के नाम पर उकसाने और हिंसा भड़काने के काम में लग हैं। कथित ईशनिंदा के नाम पर दिल्ली से लेकर बंगाल और कर्नाटक तक विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं और भाजपा की पूर्व नेता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की गिरफ्तारी और फाँसी की माँग करते हुए सरकार पर दवाब बनाया जा रहा है।
दरअसल, कट्टरपंथियों ने टीवी पर बहस के दौरान हिंदू देवी-देवताओं के लिए इस्तेमाल की जा रही अपमानजनक भाषा के विरोध में भाजपा की पूर्व नेता नूपुर शर्मा द्वारा बोले गए सच को इन अपने मतलब का मुद्दा बना दिया। हालाँकि, सच बोलने के बावजूद भी नूपुर शर्मा ने माफी माँगी और पार्टी ने भी उन्हें बाहर किया, फिर भी देश के अलग-अलग हिस्सों में इसका विरोध प्रदर्शन के नाम पर दंगा भड़काने की कोशिश की जा रही है।
शुक्रवार (10 जून 2022) को जुमे की नमाज के बाद दिल्ली की जामा मस्जिद में पहुँचे हजारों नमाजियों ने विरोध प्रदर्शन किया और पूर्व भाजपा नेता के लिए फाँसी की माँग की। इस दौरान अल्लाह-हू-अकबर और नूपुर शर्मा मुर्दाबाद और नवीन जिंदल मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।
#WATCH People in large numbers protest at Delhi's Jama Masjid over inflammatory remarks by suspended BJP leader Nupur Sharma & expelled leader Naveen Jindal, earlier today
— ANI (@ANI) June 10, 2022
No call for protest given by Masjid, says Shahi Imam of Jama Masjid. pic.twitter.com/Kysiz4SdxH
शाही इमाम का कहना है, “हम नहीं जानते हैं कि कौन लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे ऐसा लगता है कि ये लोग ओवैसी और उनकी पार्टी AIMIM से जुड़े लोग हैं। हमने पहले ही कह दिया था कि अगर वे प्रदर्शन करना चाहते हैं तो वे कर सकते हैं, लेकिन हम उनका समर्थन नहीं करेंगे।”
इमाम के बयान के बयान से स्पष्ट है कि उन्होंने प्रदर्शन की इजाजत तो दे दी, लेकिन गड़बड़ी होने की दशा में खुद को कानून के पंजे से बचाने के लिए यह कहते हुए अलग कर लिया कि वे इस प्रदर्शन का समर्थन नहीं करेंगे, लेकिन प्रदर्शनकारी चाहें तो प्रदर्शन कर सकते हैं।
बता दें कि इसको लेकर ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ पोस्ट डालकर समुदायों के बीच द्वेष फैलाने का सिलसिला जारी है। इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने दो अलग-अलग प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है।
वहीं, कर्नाटक (Karnataka) में एक दरगाह के पास रस्सी से एक मानव आकृति के गले में फंदा डालकर लगाया गया है। उस पर नूपुर शर्मा की तस्वीर लगाई गई है। यह घटना बताती है कि कट्टरपंथी नूपुर शर्मा की हत्या के लिए मुस्लिमों को उकसा रहे हैं।
Nupur Sharma's effigy hanging near a dargah in Karnataka. Looks like Kamlesh Tiwari's murder only emboldened them pic.twitter.com/Jd1wRobpB1
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) June 10, 2022
दिल्ली के अलावा, उत्तर प्रदेश के सहारनपुर (Saharanpur, Uttar Pradesh) में भी मुस्लिमों की भीड़ ने नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ प्रदर्शन की। इस दौरान हजारों की भीड़ उकसाऊ नारे लगाती रही। दिल्ली के जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में भी प्रदर्शन किया गया।
सहारनपुर के नवाबगंज में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिमों ने जुलूस निकाला। नवाबगंज से घंटाघर तक निकाले गए जुलूस जमकर भड़काऊ नारे लगाए गए। इसके बाद लौटती हुई जुलूस की भीड़ ने नेहरू मार्किट में खुली दुकानों पर जमकर पथराव किया। इसके बाद इलाके की दुकानें धड़ाधड़ बंद हो गईं।
#WATCH Huge protest in UP's Saharanpur over inflammatory statements of suspended BJP leader Nupur Sharma and expelled BJP leader Naveen Kumar Jindal pic.twitter.com/H9z9sDvFWx
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 10, 2022
यूपी के देवबंद, लखनऊ, मुरादाबाद, प्रयागराज, कानपुर सहित कई शहरों में भी जुमे की नमाज के बाद नारेबाजी की गई। हालाँकि, देवबंद में पुलिस ने हंगामा कर रहे कई नमाजियों को हिरासत में ले लिया। वहीं, पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित कुछ अन्य शहरों और तेलंगाना के हैदराबाद में भी प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं।
#NupurSharma का विवादित बयान, जुमे के दिन नमाज़ के बाद घमासान
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) June 10, 2022
दिल्ली के जामा मस्जिद से लेकर लखनऊ की टीले मस्जिद, सहारनपुर, कोलकाता, हैदराबाद में बहुत बड़ी संख्या में ‘मुस्लिम धर्म’ के लोग निकलकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं देवबंद में स्थिति बिगड़ती देख पुलिस को सख़्ती अपनानी पड़ी। pic.twitter.com/j9LyACvmEK