Tuesday, November 19, 2024
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पालघर साधु लिंचिंग: महाराष्ट्र CID ने 18 आरोपितों को किया अरेस्‍ट, अब तक 134 लोग गिरफ्तार

CID के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जाँच जबसे विभाग को सौंपी गई है तब से विभाग ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपित 'हिंसा और लिंचिंग की घटना में सक्रिय रूप से शामिल थे।’ इससे पहले पालघर पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार किया था।

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते देश भर में लागू लॉकडॉउन के दौरान महाराष्‍ट्र के पालघर में दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में महाराष्ट्र पुलिस के अपराध जाँच विभाग (CID) ने 18 और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इस हालिया गिरफ्तारी से अब तक इस मामले में गिरफ्तार होने वाले लोगों की संख्या 134 तक पहुँच चुकी है।

CID के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जाँच जबसे विभाग को सौंपी गई है तब से विभाग ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी आरोपित ‘हिंसा और लिंचिंग की घटना में सक्रिय रूप से शामिल थे।’ इससे पहले पालघर पुलिस ने 110 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें से नौ नाबालिग भी हैं। 

गौरतलब है कि 16 अप्रैल 2020 को जूना अखाड़े से जुड़े दो साधु 70 वर्षीय कल्पवृक्ष गिरि महाराज और 35 वर्षीय सुशील गिरि महाराज अपने ड्राइवर 30 वर्षीय नीलेश तेलगेडे के साथ एक अन्य साधु के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मुंबई से गुजरात जा रहे थे। इसी बीच पालघर जिले के गढ़चिंचले गाँव के 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने इकठ्ठा होकर साधुओं पर हमला किर दिया था। इस दौरान भीड़ ने दोनों साधुओं के साथ उनके एक ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।

इससे पहले एक अधिकारी ने बताया कि कुछ आरोपित गाँव से घने जंगल में भाग गए थे। पुलिस ने इन्हें पकड़ने के लिए ड्रोन का सहारा लिया। इस मामले में गिरफ्तार एक व्यक्ति इस महीने की शुरुआत में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था, जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। साथ ही संपर्क में आए 23 पुलिसकर्मियों और 43 अन्य लोगों को तत्काल क्वारंटाइन कर दिया गया।

बता दें कि साधु समेत तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या करने की पूरी घटना वहाँ मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों के सामने हुई। मामले में अब तक 35 पुलिसकर्मियों का तबादला हो चुका है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, “2 साधुओं की हत्या। क्या यह होना चहिए? क्या कानून-व्यवस्था किसी को हाथ में लेना चाहिए था? ऐसे में पुलिस की भूमिका क्या होनी चाहिए थी? ये सभी चीजें ऐसी हैं जिन पर सोचा जाना चाहिए।” 

वहीं अखिल भारतीय संत समिति केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर इस मामले की सीबीआई जाँच की माँग कर चुकी है। पत्र में उन्होंने हत्या के पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताते हुए कहा कि उन्हें महाराष्ट्र के गृह मंत्री पर भरोसा नहीं है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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