केरल के पलक्कड़ में शनिवार (16 अप्रैल, 2022) को हुई RSS नेता श्रीनिवासन की हत्या के मामले में पुलिस ने PFI (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) नेता को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम अबू बकर सिद्दीकी है। अब तक इस हत्याकांड में शामिल कुल 27 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें PFI के अलावा उसकी स्टूडेंट विंग SDPI से जुड़े 9 आरोपित भी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपित नेताओं को टारगेट करने की सूची तैयार कर रहे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार अबू बकर सिद्दीकी पलक्कड़ में PFI का जिला सचिव है। उस पर न सिर्फ हत्या की साजिश रचने, बल्कि हत्यारों को भड़काने का भी आरोप है। हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपितों ने भी पुलिस से हुई पूछताछ में अबू बकर की संलिप्तता को स्वीकार किया है। पहले इस हत्याकांड को पलक्कड़ में ही हुई जुबेर नामक व्यक्ति की हत्या का बदला माना जा रहा था। जुबेर को ईलापुल्ली इलाके में तब मार दिया गया था, जब वो नमाज़ पढ़ कर लौट रहा था।
Kerala| PFI leader, Aboobaker Siddik was arrested in Palakkad in connection with the murder of RSS leader Sreenivasan.
— ANI (@ANI) September 20, 2022
He, along with other PFI workers, was allegedly involved in preparing list of politicians to be targetted https://t.co/kNL3ULUzpj
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, अपने जिला सचिव की गिरफ्तारी का PFI ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख कर विरोध किया है। PFI ने इसे राजनीतिक दुश्मनी बताते हुए कहा है कि कोझिकोड में हुई उनकी रैली में भीड़ देख कर वामपंथी सरकार घबरा गई है और इसी के चलते अब संगठन के सदस्यों को गिरफ्तार किया जा रहा है। PFI ने अबू बकर सिद्दीकी पर लगे आरोपों को झूठा बताया है।
Jihadi group PFI’s leader and Palakkad district secretary, Aboobaker Siddik, arrested for hatching a conspiracy to kill RSS karyakarta S K Srinivasan.
— Proͥ𝔣eͣsͫsor𒆜 ɢʀօօȶ ™ (@desigroot) September 20, 2022
This is the 27th Arrest in this case, Police said the accused is brain behind this crime. pic.twitter.com/DDXtPuLhrk
गौरतलब है कि RSS कार्यकर्ता श्रीनिवासन संगठन के शारीरिक शिक्षण प्रमुख के पद पर यह चुके थे। एक दुकान के पास उनकी हत्या हुई। तीन बाइक पर आए पाँच बदमाशों ने उन्हें मार डाला। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि श्रीनिवासन पर तलवार के कई हमले हुए थे। उन्हें एक नजदीकी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।