उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के करेली और अटाला क्षेत्र में शुक्रवार (10 जून, 2022) को हुई हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद पंप का आलीशान कोठी ध्वस्त करने के बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण (PDA) अब अन्य 37 दंगाइयों की भी फाइल खंगाल रहा है। जिनकी लिस्ट प्रशासन ने तीन दिन पहले ही प्राधिकरण को सौंप दी थी।
बताया जा रहा है हिंसा में शामिल इन 37 नामों में से किसी के भी मकान में अनियमितता पाई गई तो प्रशासन सख्त एक्शन लेगा। वहीं एक बार फिर बुलडोजर चलने की भनक लगते ही अटाला इलाके में कई दुकानदार जिन्हें आशंका है कि उनके दुकान का भी कुछ हिस्सा अवैध है वो खाली करते नजर आए। अटाला के मजीदी इंटर कॉलेज से सटे कई दुकान सोमवार को अपने सामान हटाते नजर आए।
बता दें कि जब से जावेद पम्प के मकान पर हुई कार्रवाई के खिलाफ दाखिल याचिका को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है तब से हिंसा और पत्थरबाजी के मामले में शामिल सभी 85 आरोपितों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है और इलाके में बुलडोजर चलने की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है।
वहीं प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने बताया, “PDA को दो-तीन दिन पहले उन 37 लोगों के नामों की सूची मिली है जो कि अटाला और करेली क्षेत्र में पथराव की घटना में शामिल थे। प्राधिकरण के अधिकारी इन 37 आरोपितों के पते ठिकानों की तलाश कर रहे हैं, उनकी फाइल खंगाली जा रही है। हालाँकि, इलाके में ज्यादातर लोग पथराव और हिंसा की घटना के बाद मकान पर ताला लगाकर कहीं चले गए हैं, जिससे इन आरोपितों के मकान आदि का पता ठिकाना तलाशने और पूछताछ करने में मुश्किल आ रही है।”
अजय कुमार ने इस पूरे मामले में जानकारी देते हुए आगे बताया, “मुश्किलों के बावजूद प्राधिकरण के अधिकारी आरोपितों का पता लगाने के लिए रात में भी गली मोहल्लों में घूम रहे हैं। आरोपितों के मकानों की पहचान होने पर यह देखा जाएगा कि क्या उन मकानों का नक्शा पीडीए से पास है या नहीं, यदि नक्शा पास नहीं होगा तो कानून के मुताबिक उनपर कार्रवाई की जाएगी।”
बता दें कि प्रशासन की सकती के बाद PDA ने भी इन सभी 37 आरोपितों की संपत्ति का व्यौरा जुटाना शुरू कर दिया है। सभी के घरों और दुकानों का सर्वेक्षण किया जा रहा है।
गौरतलब है कि रविवार को जिला प्रशासन और पीडीए ने मिलकर प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ़ जावेद पम्प का दो मंजिला मकान दो जेसीबी और एक पोकलैंड से ध्वस्त कर दिया था। करीब 5 घंटे चली कार्रवाई के दौरान करेली इलाके में भारी फाॅर्स तैनात रही। वहीं इस मामले में किसी ने भी पुलिस या प्रशासन के खिलाफ कोई नारेबाजी या दोबारा पत्थरबाजी की हिमाकत नहीं की।
बता दें कि प्रयागराज हिंसा और पत्थरबाजी के मामले में कुल 92 लोग अब तक हिरासत में लिए गए हैं। जिनमें से 7 नाबालिग बच्चे हैं। जिन्हें सुधार गृह भेज दिया गया है। वहीं यूपी पुलिस के मुताबिक रविवार को हुई हिंसा और विरोध प्रदर्शन के मामले में अब तक पूरे राज्य भर में 333 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।