अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहाँ से जान बचाकर भारत आए हिंदू और सिख समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार (19 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस शिष्टमंडल में वे लोग भी शामिल थे, जो अफगानिस्तान से वर्षों पहले भारत आ गए थे। शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री को अफगानी साफा भी भेंट किया। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री से मिलने वाले लोगों में अफगान व्यापारी बांसरी लाल अरेंदेह भी शामिल हैं, जिन्हें पिछले साल तालिबान ने किडनैप कर लिया था और एक समझौते के बाद उन्हें छोड़ा गया था।
Earlier today, had the opportunity to interact with Hindu and Sikh refugees from Afghanistan. pic.twitter.com/qhshHb4E7o
— Narendra Modi (@narendramodi) February 19, 2022
Delhi | Prime Minister Narendra Modi met an Afghan Sikh-Hindu delegation at his residence today. pic.twitter.com/vNOM3nzEve
— ANI (@ANI) February 19, 2022
शनिवार को प्रधानमंत्री के आधारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर हिंदू-सिख समुदाय के लोग पीएम मोदी से मिले। इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान से सुरक्षित भारत लाने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। साथ ही उन्हें सम्मानित भी किया। अफगानी हिंदू-सिखों ने पीएम मोदी अफगानिस्तान का पारंपरिक वस्त्र, साफा, तलवार और स्मृति चिह्न भेंट किया।
Prime Minister Narendra Modi met members of the Sikh-Hindu Delegation from Afghanistan at 7 Lok Kalyan Marg earlier today. They honoured the Prime Minister and thanked him for bringing Sikhs and Hindus safely to India from Afghanistan: Prime Minister's Office (PMO) pic.twitter.com/vDrwMY4xef
— ANI (@ANI) February 19, 2022
इस दौरान अफगानिस्तान से भारत आए निदान सिंह सचदेव ने ANI को को बताया, “मुझे एक गुरुद्वारे से तालिबान ने अपहरण कर लिया था। उन्होंने हमें भारतीय जासूस समझा था। वे चाहते थे कि हम इस्लाम में धर्मांतरित हो जाएँ। हमने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया और भारत सरकार की मदद से खुश हैं। हमें बस आश्रय और राष्ट्रीयता की आवश्यकता है।”
"I was kidnapped by the Taliban from a gurudwara. They thought of us as Indian spies, wanted us to convert… We thanked PM Modi & are happy with the help of Govt of India. We just need shelter & nationality," said Nidan Singh Sachdeva, who came from Kabul, Afghanistan last year pic.twitter.com/1nPeAKi0Vv
— ANI (@ANI) February 19, 2022
साल 1989 में भारत आने वाले अफगानी मूल के नागरिक तरेंद्र सिंह ने कहा “हमने पीएम मोदी को काबुल के हालातों के बारे में संक्षिप्त में बताया। वहाँ के हालात और समीकरण हमारी मुख्य समस्या हैं। हम नागरिकता के लिए भटक रहे थे, इसलिए CAA लाने के लिए हम लोग प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देते हैं। हम चाहते हैं कि एक ही बार में हमें नागरिकता मिले।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (18 फरवरी) को सिख समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और धर्मगुरुओं के एक प्रतिनिधिमंडल से अपने आवास पर मुलाकात की थी। इस दौरान पीएम मोदी ने नामधारी संप्रदाय के एक आध्यात्मिक नेता उदय सिंह के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर भी ट्विटर पर शेयर की थी।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “संत समाज और सिख समुदाय के प्रतिष्ठित हस्तियों से मुलाकात हुई। ये हस्तियाँ सिख संस्कृति की वाहक हैं। केंद्र सरकार के विभिन्न प्रयासों की सराहना करने के लिए मैं इनका आभारी हूँ।”
I was humbled by the kind words from the distinguished members of the Sikh community on various efforts of the Central Government.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 18, 2022
I consider it my honour that the respected Sikh Gurus have taken Seva from me and their blessings have enabled me to work for society. pic.twitter.com/8jqHZ0QL3f
शुक्रवार (18 फरवरी) को इंडियन वर्ल्ड फोरम (IWF) नाम के एक नागरिक संगठन ने पीएम मोदी से भारत में अफगान हिंदू और सिख शरणार्थियों के लिए ‘एकल-खिड़की’ सुविधा के साथ नए वीजा देने का आग्रह किया था। इसके साथ ही संगठन ने वहाँ से आने वाले लोगों को जमीन मुहैया कराकर ‘अफगान नगर’ स्थापित करने और युद्धग्रस्त देश में प्राचीन गुरुद्वारों और मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया।
संगठन प्रमुख पुनीत सिंह चंडोक ने अफगानिस्तान से पवित्र ग्रंथों को भारत मँगवाने, अफगान हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों को सुरक्षित भारत लाने के लिए धन्यवाद दिया। चंडोक ने कहा कि अफगानिस्तान के लोगों को भारत की ओर से दी जा रही मानवीय सहायता मोदी सरकार द्वारा मानवता को दिए जाने वाले महत्व को दर्शाती है।