माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में हुई हत्या के बाद वामपंथी गैंग एक्टिव हो गया है। इस मामले को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में जोर-शोर से उठाने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। वामपंथी छात्रों के समुह AISA (आईसा) ने तो इसके लिए सम्मेलन की जगह और तारीख़ भी तय कर लिया है। यह जमावड़ा 16 अप्रैल 2023 (रविवार) को शाम 5 बजे साबरमती ढाबा पर लगाने का ऐलान किया गया था।
अपनी नोटिस को AISA ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर 16 अप्रैल को शेयर किया है। इस नोटिस की हेडलाइन में कहा गया है, “अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की न्यायिक सीमा से बाहर जाते हुए मीडिया की मौजूदगी मौजूदगी में राज्य प्रायोजित हत्या।” इस हेडलाइन के बाद वामपंथियों ने अपना वही पुराना रोना रोया है। आगे उन्होंने लिखा कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को पुलिस की मौजूदगी में कुछ लोगों ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाते हुए मार डाला।
Atiq Ahmed killed about 100 people, raped them, took possession of the lands of thousands of poor families. Has anyone ever seen or heard AISA people raising their voice to get justice for the families victimized by Atiq? pic.twitter.com/i7dLpyzSbt
— Alok Mishra (@shrialokmishra) April 16, 2023
पुलिस की शूटरों से मिलीभगत बताते हुए इस पोस्टर में उत्तर प्रदेश की राजनीति को हिंदुत्व वाली और इस्लामोफ़ोबिक लिखा गया है। पोस्टर के अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश में चल रही भाजपा सरकार और UP पुलिस का पुतला जलाने की घोषणा की गई है। वामपंथी छात्रों ने योगी सरकार में कानून-व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त बताया है। इस कार्यक्रम के लिए सभी को 16 अप्रैल की शाम को 5 बजे साबरमती ढाबे पर जमा होने के लिए कहा गया है। पोस्टर के अंत में #NoToIslamophobia लिखा गया है।
गौरतलब है कि उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए साबरमती और बरेली जेलों से लाए गए अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज में हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में अभी तक लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य का नाम आया है। तीनों को हिरासत में ले कर पुलिस पूछताछ कर रही है।