पटियाला के पंजाब में भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 6 एफआईआर दर्ज की हैं। इन एफआईआर में 25 लोग नामजद हैं जिनमें से 3 की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें शिवसेना द्वारा निष्कासित किए गए हरीश सिंघला भी शामिल हैं जिन्हें कोर्ट ने दो दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। इनके अलावा कुलदीप सिंह और दलजीत सिंह पकड़े गए हैं। इस पूरी हिंसा का मास्टरमाइंड बरजिंदर सिंह परवाना को बताया जा रहा है जिसकी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है
पटियाला हिंसा में 6 FIR, 3 गिरफ्तार
पटियाला के आईजी एमएस चिन्ना ने बताया, “पटियाला में कल कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ हुआ जिसके संबंध में 6 प्राथमिकी दर्ज की हैं और हरीश सिंगला सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपित व मास्टरमाइंड बरजिंदर सिंह परवाना को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”
आईजी पटियाला ने कहा, “हरीश सिंघला को 2 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा गया है। हर आरोपित जिनका इस हिंसा से संबंध होगा सब पकड़े जाएँगे, उनकी जाँच होगी और उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। किसी को कोई छूट नहीं मिलेगी।”
पुलिस ने यह भी बताया कि पटियाला में जो दो पक्षों द्वारा की हिंसा की गई उसके बाद शांति सदस्यों ने पुलिस को आश्वासन दिया है कि शहर में आगे से किसी भी जुलूस में ऐसा माहौल नहीं बनेगा। केस का जो मुख्य आरोपित है उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि है, उसके विरुद्ध चार एफआईआर दर्ज हैं, वो इन मामलों मे गिरफ्तार भी हुआ है।
पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई
इससे पहले इस केस में मालूम हो कि पटियाला के IG राकेश अग्रवाल और SSP नानक सिंह को उनके पदों से हटाया गया था। दोनों अधिकारियों की जगह मुखविंदर सिंह छीना नए IG और दीपक पारिख को नए SSP का पद मिला था। इनके अलावा सिटी SP हरपाल सिंह, डीएसपी अशोक कुमार, लाहौरी गेट के SHO गुरप्रीत सिंह और कोतवाली के SHO बिक्रम सिंह पर भी कार्रवाई हुई थी।
हिंसा सांप्रदायिक नहीं, राजनैतिक है: सीएम भगवंत मान
मामले पर बात करते हुए सीएम भगवंत मान ने हिंसा का सारा इल्जाम भाजपा और शिवसेना पर मढ़ा। उन्होंने कहा, “मामले में कुछ लोगों के विरुद्ध केस दर्ज हो चुका है। हिंसा में भाजपा और शिवसेना के लोग थे और दूसरी ओर अकाली दल के लोग थे। ये सारा राजनीतिक टकराव था इसे धर्म-समुदायों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। जाँच हो रही है। सच सामने आएगा।” सीएम मान का कहना है कि ये उनकी पार्टी की लोकप्रियता है कि उससे घबरा कर विपक्षी दल ये सब हरकत कर रहे हैं।
पटियाला हिंसा
गौरतलब है कि कल पंजाब के पटियाला में खालिस्तान समर्थकों और हिंदू संगठनों के बीच झड़प का मामला प्रकाश में आया था। इस दौरान एसएचओ पर भी खालिस्तानी समर्थकों ने तलवार लेकर हमला कर दिया था और हिंदुओं के काली मंदिर को भी निशाना बनाया था। प्रशासन ने वहाँ हालात को काबू पाने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया था और शहर को हाई अलर्ट पर रखा गया था।
खालिस्तानी तत्वों के विरोध में निकली थी रैली
बता दें कि सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कुछ दिन पहले शुक्रवार को खालिस्तान का स्थापना दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसके जवाब में शिवसेना (बाल ठाकरे) के नेता हरीश सिंगला ने शुक्रवार (29 अप्रैल) को खालिस्तान विरोध रोष निकाली थी। इस दौरान उन विरोधी गुट के साथ उनकी झड़प हो गई। दोनों तरफ से पथराव भी हुए। वहीं अराजक तत्वों ने काली माता मंदिर पर हमला कर दिया। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए।