बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और पंजाब सरकार सुप्रीम कोर्ट में आमने-सामने हैं। इसी मामले पर सुनवाई के दौरान बुधवार (फरवरी 24, 2021) को कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कहा कि पंजाब सरकार बेशर्मी के साथ एक गैंगस्टर को बचा रही है। उन्होंने पंजाब की राज्य सरकार और अंसारी के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया।
बता दें कि मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश की जेल में ट्रांसफर करने को लेकर राज्य पुलिस ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया। इस केस की सुनवाई आज ही होनी थी, लेकिन सुनवाई शुरू होते ही कुछ देर बाद कोर्ट ने इसे अगले हफ्ते के लिए टाल दिया। अब ये मामला कोर्ट में 2 मार्च को सुना जाएगा। इस बीच दोनों पक्षों में काफी नोकझोंक और तीखीं बातें भी हुईं।
अंसारी के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि मुख्तार अंसारी एक छोटा आदमी है और यूपी सरकार जानबूझकर उसे परेशान कर रही। इस पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से तुषार मेहता ने कहा कि अगर वो छोटा आदमी है तो क्या इसलिए पंजाब सरकार बेशर्मी से इसके पीछे खड़ी है? तुषार मेहता के इस बयान पर अंसारी के वकील रोहतगी ने कहा कि अगर वो इतना महत्वपूर्ण है तो उसको उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री क्यों नहीं बना देते? इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने भी चुटकी लेते हुए कहा कि पंजाब सरकार यही तो कर रही है।
उल्लेखनीय है कि मुख्तार अंसारी फिलहाल पंजाब के रोपड़ जेल में एक हत्या के आरोप में बंद हैं। बुधवार को सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई से पहले यूपी सरकार ने उसकी हिरासत को माँगते हुए हलफनामा दाखिल किया था। यूपी सरकार अंसारी को यूपी की जेल लाकर नए दर्ज मुकदमों का निपटारा करना चाहती है और दूसरी ओर पंजाब सरकार बार बार किसी न किसी बहाने मुख्तार को जेल से छोड़ने से मना कर देती है।
पिछले साल की बात करें तो अक्टूबर में खबर आई थी यूपी से 50 पुलिसकर्मी उसे लेने पंजाब के लिए रवाना हुए हैं और उसे प्रदेश में बख्तरबंद गाड़ी में बैठाकर लाया जाएगा। हालाँकि बाद में पता चला कि माफिया मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से उत्तरप्रदेश वापस लाने गई यूपी पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा। पंजाब पहुँचकर यूपी पुलिस को बताया गया कि अंसारी को डॉक्टर ने 3 माह का बेड रेस्ट कहा है।