राजस्थान के अलवर में बीफ मंडी के खुलासे के बाद प्रशासन एक्शन के मोड में है। यह मंडी किशनगढ़बास में रूंध गिदावड़ा के बीहड़ों में चल रही थी। करीब 20 गाय रोजाना खुलेआम काटी जाती थी। 50 गाँवों और लगभग 300 दुकानों में गोमांस की सप्लाई होती थी।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार बीहड़ की लगभग 500 बीघे जमीन पर पहले कब्जा किया गया और फिर बीफ मंडी शुरू की गई। कब्जे की 70 बीघे जमीन पर गेहूँ और सरसों की फसल लगाई गई थी। अवैध निर्माण भी थे। सोमवार (19 फरवरी 2024) को प्रशासन ने फसल रौंदकर इस जमीन को मुक्त कराया। साथ ही गोकशी से जुड़े लोगों के करीब दर्जनभर निर्माणों पर बुलडोजर कार्रवाई की गई।
खैरथल-तिजारा के कार्यवाहक एसपी अनिल बेनीवाल के हवाले से बताया गया है कि पुलिस काे बीहड़ में गोकशी के लिए लाई गई एक दर्जन गाय मिली हैं। इन्हें बचाकर गोशाला भेजा गया है। 18 फरवरी को बीहड़ के आसपास के गाँवों में दबिश के बाद 35 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए करीब 300 पुलिसकर्मियों की टीम लगाई गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सोमवार को राजस्थान के वनमंत्री संजय शर्मा ने अलवर के बास थाना क्षेत्र में उन बीहड़ों का दौरा किया, जहाँ गौमांस की मंडी चलने की शिकायत मिली थी। इस दौरान रुंध गिदावड़ा गाँव में उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। गोतस्करी में शामिल लोगों को चोरी की बिजली किसके माध्यम से मिली, इसके जाँच के उन्होंने आदेश दिए हैं। वहीं SDM को फटकार लगाते हुए कब्ज़ा की गई सरकारी भूमि को भी फ़ौरन मुक्त कराने का आदेश दिया है।
राजस्थान अलवर किशनगढ़ बास
— One Ummah (@iam_arqaam) February 20, 2024
खुलेआम गोमांस बेचने के आरोप में 30 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तार किया गया और उनके 12 घरों पर बुलडोजर चलाया संविधानिक अधिकारियों ने उनके 44 एकड़ जमीन पर लगी गेहूं और सरसों की फसल को बुलडोजर/ट्रैक्टर से रैदा pic.twitter.com/9KcnBrjuTT
इस बीच पुलिस ने भी अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। बीफ मंडी को लेकर 25 लोगों को नामजद किया गया है। केस दर्ज होने के बाद से ये सभी फरार हैं। आरोपितों में कई ऐसे भी हैं जिन पर पहले से ही गोकशी और गोतस्करी जैसे मामले दर्ज हैं। मामले का खुलासा होने के बाद पूरे बास थाना को लाइन हाजिर कर दिया गया था। 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड भी किए गए हैं।
दैनिक भास्कर ने रविवार (18 फरवरी 2024) को अलवर के बास थाना क्षेत्र में चल रही बीफ मंडी का खुलासा किया था। खुलासे में ऐसे वीडियो सामने आए थे जिसमें बिरसंगपुर के पास रुंध गिदवडा के बीहड़ों में गायों को बेरहमी से मार कर उनकी खाल उतारी जा रही थी। व्हाट्सएप पर मांस के ऑर्डर लेकर घर तक सप्लाई की जाती थी। इस मंडी में सैकड़ों की तादाद में खरीदार भी आते थे।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि बीफ मंडी की जानकारी होने के बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती। खुलासे के बाद जयपुर रेंज के IG उमेश चंद्र दत्त के नेतृत्व में बास इलाके के उन बीहड़ों में छापेमारी की गई, जहाँ गोकशी होने का दावा किया गया था। सूचना सही पाई गई। पुलिस को देखकर गोतस्कर अपने वाहन छोड़ फरार हो गए थे।