राजस्थान के अलवर के भिवाड़ी जिले से गोवर्धन पूजा वाले दिन मंदिर में तोड़फोड़ करने का मामला प्रकाश में आया है। खबर है कि वहाँ शेखपुरा थाना क्षेत्र स्थित हमीराका गाँव के शिव मंदिर में दलित समाज के लोग अन्नकूट प्रसाद वितरण कार्यक्रम कर रहे थे, तभी मुस्लिम समुदाय के 4 लड़कों ने आकर मंदिर पर हमला किया और तोड़फोड़ के बाद सारा प्रसाद फेंक दिया। जिन लोगों ने इन्हें ऐसा करने से रोका उनके साथ मारपीट भी की गई।
जानकारी के मुताबिक पूरी घटना 26 अक्टूबर की है। दलित समाज के लोग गोवर्धन पूजा वाले दिन अन्नकूट प्रसाद वितरण का काम कर रहे थे कि तभी वहाँ मुबारिक, मुफीद, तालिम, जोम खान आए और तोड़फोड़ करने के बाद प्रसाद जमीन में गिरा दिया। मंदिर में मौजूद अन्य लोग जब उन्हें रोकने आगे बढ़े तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और मंदिर में आरती तक नहीं होने दी। पीड़ित पक्ष अपनी शिकायतें लेकर शेखपुर थाने गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
कांग्रेस राज में बहुसंख्यक समाज के पर्वों व धार्मिक स्थलों पर आघात की घटनाएं लगातार हो रही हैं।
— RajyavardhanRathore (@Ra_THORe) October 28, 2022
अलवर के मंदिर में तोड़फोड़ और त्योहार पर हमले के मामले में त्वरित कार्रवाई न करके कांग्रेस सरकार चरमपंथियों को बचाना चाहती है! दोषी अविलंब पकड़े न गए, तो हम सरकार को नहीं छोड़ने वाले। pic.twitter.com/zp8AkZZgOw
नाराज भीड़ ने थाने के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान भिवाड़ी नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन संदीप दायमा, पूर्व विधायक ममन सिंह यादव, भाजयुमो जिला अध्यक्ष अभय सिंह सहित कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता भी मामले की जानकारी होने पर मौके पर पहुँचे। पुलिस ने मामला की गंभीरता देख कई अधिकारियों को शेखपुरा भेजा। जिसके बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए दो लोग गिरफ्तार किए गए। एएसपी विपिन शर्मा ने बचे आरोपितों को 24 घंटे में गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट बताती है कि इस पूरी घटना के बाद जब प्रदर्शनकारी आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग कर रहे थे, तब वहाँ तिजारा विधायक संदीप यादव भी पहुँच गए। उन्हें देख भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वो आरोपित पक्ष को बचाने आए हैं। इसके बाद विधायकों के समर्थकों और बीजेपी के लोगों के बीच बहस हुई। बात हाथा-पाई तक पहुँच गई। पुलिस ने किसी तरह दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में सिर्फ गोवर्धन पूजा वाले दिन हिंदू समुदाय के लोगों पर मुस्लिम समुदाय ने हमला नहीं किया। दीवाली वाले दिन में कैथवाड़ा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिंदुओं के पटाखा फोड़ने पर आपत्ति जताते हुए उनसे मारपीट की थी। घटना में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया था। लेकिन भरतपुर पुलिस ने पटाखे फोड़ने की वजह से मारपीट को साफ नकार दिया था।
#Rajasthan भरतपुर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में मुस्लिम भीड ने #दिवाली2022 पर पटाखे चलाने पर दलित समुदाय के पूरे परिवार के साथ मारपीट की और जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया।
— Sujeet Swami️ (@shibbu87) October 24, 2022
यह नया राजस्थान है क्या? #जयभीम_जयमीम ख़ेमे में फिर से चुप्पी @HMOIndia @PMOIndia #Dipawali pic.twitter.com/Tb7cGDyjhM